जम्मू। प्रदेश में कोरोना के कारण बढ़ते मौत के आंकड़ों के बीच प्रशासन ने अनलॉक भी शुरू कर दिया है। हालांकि विशेषज्ञों तथा डॉक्टरों का मानना है कि खतरा अभी टला नहीं है और प्रशासन का यह निर्णय खतरनाक साबित हो सकता है। आज सोमवार को समाचार भिजवाए जाने तक 20 और लोग कोरोना के कारण दम तोड़ चुके थे। इसके साथ ही कोरोना अभी तक 3,600 के लगभग लोगों को जम्मू-कश्मीर में लील चुका था। इसमें ब्लैक फंगस से होने वाली 3 मौतें भी शामिल हैं।
पर इसके बावजूद प्रशासन अब पाबंदियों को अनलॉक करने लगा है। आज से उसने बाजारों, विभिन्न सेवाओं तथा दुकानों को 1 दिन के अंतराल के बाद खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है। हालांकि यह अनुमति सिर्फ सुबह 6 से दिन के 11 बजे तक की है जिसके प्रति प्रशासन कहता था कि ऐसा करना बहुत जरूरी हो गया था।
कुछ व्यापारों को अभी भी बंद रखा गया है। जिन व्यापारों को बंद रखा गया है, उन्हें रात 8 से 10 बजे के बीच अपने संस्थान खोलकर सामान की जांच करने व साफ-सफाई की अनुमति प्रदान तो की गई है, पर लोगों में इसके प्रति गुस्सा है कि रात के समय कौन उन्हें आने-जाने की इजाजत देगा?
करीब 1 महीने से जम्मू-कश्मीर में कोरोना पाबंदियों को लागू करने के लिए कोरोना कर्फ्यू जारी है। पर सच्चाई यह है कि ये पाबंदियां भी कोरोना पीड़ितों की संख्या पर कोई खास रोक इसलिए नहीं लगा पाई हैं, क्योंकि सुबह 4 से 5 घंटों की मिलने वाली छूट सारी मेहनत पर पानी फेर रही है।