नई दिल्ली। देश में चिकित्सीय ऑक्सीजन की व्यवस्थित तरीके से आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित 12 सदस्यीय कार्यबल ने रविवार को पहली बैठक की। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
कार्यबल के सदस्यों में पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. भाबतोश
बिस्वास, सर गंगा राम अस्पताल, दिल्ली के प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र सिंह राणा, नारायण
हेल्थकेयर के अध्यक्ष और कार्यकारी निदेशक डॉ. देवी प्रसाद शेट्टी, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लौर
की प्रोफेसर डॉ. गगनदीप कांग और क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लौर के निदेशक डॉ जे वी पीटर
समेत अन्य विशेषज्ञ हैं।
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और केंद्रीय सचिव (सड़क परिवहन और
राजमार्ग मंत्रालय) गिरधर अरमाने भी बैठक में उपस्थित थे। न्यायालय के निर्देश के मुताबिक टीम में कुछ और विशेषज्ञ शामिल किए जा सकते हैं। इसके तहत नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल, एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया, आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव भी विशेष आमंत्रित गण के रूप में मौजूद थे।
राष्ट्रीय कार्यबल ने खास सुझावों के लिए विचार-विमर्श जारी रखने का फैसला किया। उच्चतम न्यायालय ने कोविड-19 के मरीजों की जान बचाने और जनस्वास्थ्य व्यवस्था की मदद के लिए ऑक्सीजन के आवंटन पर कार्यप्रणाली तैयार करने के संबंध में शीर्ष चिकित्सा विशेषज्ञों के 12 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यबल का गठन किया था। (भाषा)