इंदौर। कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 महामारी के चलते जहां एक ओर प्रशासन द्वारा बेवजह घर से बाहर निकल रहे लोगों को समझाइश दी जा रही है, नियमों का पालन करवाया जा रहा है। इसी बीच इंदौर के समीप देपालपुर में कोरोना कर्फ्यू के दौरान बेवजह घूम रहे लोगों को तहसीलदार ने ऐसी सजा दी, जिसे देखकर सब हैरान रह गए। उनकी इस हरकत का वीडियो वायरल हो रहा है और लोग उनके इस तौर-तरीके पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इस बीच, मानवाधिकार आयोग इस पूरे मामले में रिपोर्ट मांगी है।
खबरों के मुताबिक, जिला प्रशासन लगातार सभी जगह कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है, लेकिन इंदौर के समीप देपालपुर में कोरोना कर्फ्यू के दौरान बेवजह बाहर घूम रहे लोगों को तहसीलदार बजरंग बहादुर सिंह ने ऐसी सजा दी जिसे देखकर लोगों में गुस्सा भड़क गया। तहसीलदार ने सभी को मेंढक की तरह सड़क पर कूदते हुए चलने को कहा, इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं हुआ।
इस बीच जब एक युवक यह नहीं कर पाया तो तहसीलदार ने उसकी लातों से पिटाई की। उनकी इस हरकत का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है और लोग इसे गलत बता रहे हैं।पालपुर में तहसीलदार चमन चौराहे पर कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों को पहले रोकते हैं, फिर उन्हें मेंढक कूद करके आधा किलोमीटर चलने के लिए कहा जाता है।
तहसीलदार की इस हरकत ने पूरे प्रशासन को शर्मसार कर दिया है।ऐसे समय में जब लॉकडाउन में आम जनता को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वायरल वीडियो में में खुद तहसीलदार कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों पर सजा के तौर पर ढोलक की ताल पर दंड-बैठक कराते नजर आए, वहीं बेकसूर लोगों पर लात बरसाते हुए नजर भी नजर आ रहे हैं।
इस मामले में देपालपुर विधायक विशाल पटेल ने तहसीलदार बजरंग बहादुर पर कार्रवाई की मांग की है और कहा कि यदि प्रशासन द्वारा तहसीलदार पर कार्यवाही नहीं की जाती है तो सैकड़ों की संख्या में लोग सड़क पर उतरकर उनकी बर्खास्तगी की मांग करेंगे।
क्या बोले तहसीलदार बजरंग बहादुर : इस मामले में तहसीलदार बजरंग बहादुर ने पूरी घटना से इनकार करते हुए बताया कि मेरे द्वारा लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को सजा के तौर पर मेंढक चाल चलवाई जा रही थी। मेरे द्वारा किसी के भी साथ गलत व्यवहार नहीं किया गया है और न ही किसी के साथ लातों से मारपीट की गई है।
मानवाधिकार आयोग ने मांगी रिपोर्ट : इस वाकये के वीडियो के साथ एक नागरिक की शिकायत पर राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जैन ने सोमवार को इंदौर संभाग के आयुक्त, इंदौर के जिलाधिकारी और देपालपुर के तहसीलदार से हफ्ते भर में रिपोर्ट तलब की।