जयपुर/ बूंदी/ बीकानेर। कोरोना वायरस (Corona virus) कोविड-19 संक्रमण पर काबू पाने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण 2 महीने से अधिक समय से बंद राजस्थान के सैकड़ों पर्यटक स्थल सोमवार को फिर खुल गए। हालांकि पहले दिन ज्यादा पर्यटक नहीं आए।
पुरातत्व और संग्रहालय विभाग के निदेशक प्रकाशचंद्र शर्मा ने बताया कि संग्रहालयों और स्मारकों को फिर से खोलने के पहले दिन हमने राज्य के 32 स्मारकों में लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए।
उन्होंने कहा कि देशी पर्यटक गर्मियों में राज्य के पर्यटक स्थलों की यात्रा करते हैं और अगले कुछ दिनों में पर्यटकों के आगमन की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि लोक कलाकारों ने राजधानी जयपुर के हवा महल, जंतर-मंतर, अलबर्ट हॉल तथा अन्य जिलों में अपनी प्रस्तुतियां दीं। विभाग के अंतर्गत 18 संग्रहालयों सहित कुल 342 स्मारक हैं और उनमें से 32 पर टिकट है।
कर्फ्यू और निषिद्ध क्षेत्रों में पड़ने वाले स्मारकों को छोड़कर अन्य स्मारक पहले 2 हफ्तों के लिए सप्ताह में चार दिन (मंगलवार, गुरुवार, शनिवार और रविवार) खुले रहेंगे और सामाजिक दूरियों के प्रोटोकॉल का सही तरीके से पालन किया जाएगा।
पहले सप्ताह में पर्यटकों के लिए सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे का समय निर्धारित किया गया है। वहीं दूसरे सप्ताह में सुबह नौ बजे से एक बजे तक और दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक तय किया गया है। तीसरे सप्ताह में स्मारक प्रतिदिन खोले जाएंगे।
अधिकारी ने बताया कि पहले और दूसरे सप्ताह में प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है, वहीं तीसरे सप्ताह से 50 प्रतिशत टिकट वसूला जाएगा। बूंदी का मुख्य पर्यटक स्थल 'गढ महल' एक निजी संपत्ति है और वह नवीनीकरण कार्यों के कारण बंद रहेगा।
महल के प्रबंधक जेपी शर्मा ने बताया कि पर्यटकों के सुरक्षा और महल के नवीनीकरण कार्यों के कारण हम गढ़ महल को खोलने को तैयार नहीं हैं। इसके जून के अंत में और जुलाई के प्रथम सप्ताह में खुलने की संभावना है।
बूंदी के पर्यटन अधिकारी विवेक जोशी ने बताया कि 'सुख महल, धाबाइयों का कुंड, रानीजी की बावड़ी को खोला जा रहा है। कोटा के पर्यटन अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकारी संग्रहालय में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
उन्होंने बताया कि सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी पर्यटक स्थलों को जनता और पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। पर्यटन हितधारकों ने पर्यटक स्थलों को फिर से खोलने के निर्णय का स्वागत किया है लेकिन कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर पर्यटकों की आमद की संभावना से चिंतित हैं।
राजपूताना होलीडे मेकर्स के टूर ऑपरेटर संजय कौशिक ने कहा कि पर्यटक स्थलों को फिर से खोलने से पर्यटन हितधारकों में विश्वास पैदा होगा, लेकिन पर्यटन उद्योग को सामान्य होने में कुछ समय और लगेगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन राजस्थान की जीवन रेखा और एक प्रमुख उद्योग है। स्मारकों को फिर से खोलने से व्यापार और पर्यटन क्षेत्र से आजीविका कमाने वालों को मदद मिलेगी।
बूंदी के परंपरागत पैंटिंग के व्यवसाई मनीष सोनी ने बताया कि शुरुआती दौर में कम संख्या में पर्यटकों के आने की संभावना है और एक बार पर्यटकों का आना शुरू हो जाए तो गतिविधियां बढ़ेंगी। बीकानेर के सरकारी 'रंगमंच' में लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं।
बीकानेर के स्थानीय व्यवसायी विनोद भोजक ने बताया कि स्मारकों के फिर से खुलने से स्थानीय लोग आकर्षित होंगे और बाजार की गतिविधियों को शुरू करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि लोग पिछले दो माह से अधिक समय से लॉकडाउन में हैं और उन लोगों के भी पर्यटक स्थलों पर जाने की उम्मीद है।(भाषा)