लंदन, कोरोना से अब धीरे धीरे दुनिया को मुक्ति मिल रही है। अब कई जगहों से प्रतिबंध हटाए जा रहे हैं। ब्रिटेन की सरकार ने शनिवार को पुष्टि की कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के लिए अगले सप्ताह से खुद को आइसोलेशन में रखना अब कानूनी अनिवार्यता नहीं होगी।
ब्रिटेन ने कोविड के साथ जीने की योजना के तहत यह घोषणा की है। इस बात की भी संभावना है कि कोरोना वायरस की जांच भी कम की जाएगी।
देश के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए सभी कानूनी प्रतिबंधों को समाप्त किए जाने से ब्रिटेन के लोग अपनी आजादी के साथ अपना ख्याल रख सकेंगे।
बहरहाल, सरकार के कुछ वैज्ञानिक सलाहकारों का कहना है कि यह एक जोखिम भरा कदम है, जिससे संक्रमण तेजी से फैल सकता है और भविष्य में आ सकने वाले वायरस के अन्य स्वरूपों के खिलाफ देश की सुरक्षा प्रणाली कमजोर पड़ सकती है।
जॉनसन नीत कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार ने जनवरी में अधिकतर प्रतिबंध हटा लिए थे। इंग्लैंड के अस्पतालों को छोड़कर अन्य स्थानों पर मास्क की अनिवार्यता पहले ही समाप्त की जा चुकी है। बता दें कि ब्रिटेन में 12 साल और उससे अधिक आयु के 85 प्रतिशत लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।
कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार ने कहा कि अब कोविड-19 जांच में संक्रमित पाए जाने के बाद पांच दिन तक आइसोलेशन में रहना अनिवार्य नहीं होगा। सरकार आइसोलेशन को लेकर केवल परामर्श जारी करेगी और कोरोना वायरस को अब फ्लू की तरह समझा जाएगा