वाशिंगटन। डब्ल्यूटीओ में कोविड-19 वैक्सीन के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार के व्यापार संबंधित पहलुओं (ट्रिप्स) से छूट पाने के भारत और दक्षिण अफ्रीका के प्रस्ताव अमेरिका ने कोई वादा नहीं किया है।
भारत, दक्षिण अफ्रीका और कई अन्य देशों द्वारा लाए गए इस प्रस्ताव का मकसद निम्न और मध्यम आय वाले देशों को आसानी से और उचित कीमत पर वैक्सीन उपलब्ध कराना है। इस प्रस्ताव को 60 से अधिक शीर्ष अमेरिकी सांसदों का समर्थन हासिल है, जिनमें से ज्यादातर प्रगतिशील हैं।
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई ने बुधवार को कोविड-19 वैक्सीन पर विश्व व्यापार संगठन के आभासी सम्मेलन में हालांकि भारत और दक्षिण अफ्रीका के अनुरोध पर अपनी कोई सीधी राय नहीं व्यक्त की।
इस आभासी सम्मेलन में उनके भारतीय समकक्ष पीयूष गोयल, यूरोपीय संघ के कार्यकारी उपाध्यक्ष वाल्डिस डोंब्रोव्स्की और दक्षिण अफ्रीका के मंत्री अब्राहिम पटेल ने भी भाग लिया।
ताई ने कहा कि मुझे आप में से प्रत्येक के साथ बहुत ही सार्थक प्रारंभिक बातचीत करने का मौका मिला है। आज हमारे समक्ष उपस्थित मुद्दों पर मैं आपके साथ अधिक व्यापक रूप से साझेदारी के रास्ते तलाशने के लिए प्रतिबद्ध हूं। उन्होंने कहा कि हमें सीखना चाहिए, और अतीत की त्रासदियों तथा गलतियों को नहीं दोहराना चाहिए।
ताई ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संकट और पीड़ा का यह समय सफलताओं और प्रगति की ओर बढ़े। (भाषा)