कोलकाता। कोलकाता में फर्जी टीकाकरण शिविर लगाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए 28 वर्षीय देबांजन देब ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि उसने पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट को पत्र लिखकर कोविशील्ड टीके की मांग की थी। कोलकाता पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि देब ने कहा कि उसने शहर में कई नहीं, बल्कि 2 फर्जी टीकाकरण शिविर स्थापित किए थे, जैसा कि कई लोगों ने कहा है। देब ने खुद को कोलकाता नगर निगम के संयुक्त आयुक्त के रूप में पेश किया था।
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जांच कर्मियों ने अब तक 8 बैंक खातों का पता लगाया है जिनका इस्तेमाल आरोपी ने अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया था। कभी उसके अधीन काम करने वाले 10 अन्य लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि 28 वर्षीय व्यक्ति विभिन्न सरकारी एजेंसियों को पत्र लिखता था और लोगों को यकीन दिलाने के लिए उन पर रसीद की मुहर लगाता था।
अधिकारी ने बताया कि देबांजन ने 2 टीकाकरण शिविर आयोजित करना कबूल किया है- एक एम्हर्स्ट स्ट्रीट पर सिटी कॉलेज में और दूसरा कसबा में अपने कार्यालय में। उसने यह भी दावा किया कि उसने सीरम इंस्टीट्यूट के एक अधिकारी को कोविशील्ड टीके की मांग करते हुए एक मेल लिखा था। हम उसके दावों की सच्चाई का पता लगा रहे हैं।(भाषा)