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सचिन के बारे में दिग्गजों की राय

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डॉन ब्रैडमेन : जब मैंने सचिन को टीवी पर बल्लेबाजी करते हुए देखा तो उनकी तकनीक देखकर हैरान रह गया। मैंने स्वयं को कभी खेलते हुए नहीं देखा था, लेकिन मुझे लगा कि सचिन बिल्कुल मेरी जैसे खेलते हैं।

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तब मैंने अपनी पत्नी को बुलाकर उनसे पूछा तो उन्होंने भी कहा हाँ। दोनों की तकनीक, स्ट्रोक खेलने के तरीके में बहुत समानता है।

अब्दुल कादिर : सचिन जब अपने पदार्पण टेस्ट (कराची) में बल्लेबाजी के लिए आए तो मैं कवर पर क्षेत्ररक्षण कर रहा था। मुझे अभी भी याद है कि उस समय वकार यूनुस अपने श्रेष्ठ फार्म में थे। तेंडुलकर ने अपने टेस्ट जीवन की पहली ही गेंद पर वकार का सामना करते हुए उसे कवर पर खेलने का प्रयास किया। हालाँकि वे बीट हुए। तब मैं कप्तान इमरान खान के पास गया और उनसे कहा कि यह बच्चा बहुत प्रतिभाशाली दिखता है और इमरान की भी यही राय थी। इसके बाद पेशावर में एक दिवसीय मैच के दौरान में तेंडुलकर के पास गया और उनसे कहा कि मुझसे बचकर रहना। लेकिन इस बच्चे ने मेरी गेंदों को मैदान के चारों ओर मारा। ऐसा नहीं था कि मेरी गेंदबाजी खराब थी, लेकिन सचिन की बल्लेबाजी बेहतर थी।

क्लाइव लॉयड : सचिन बेहतरीन क्रिकेटर हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली बात यह है कि सचिन की अपनी अलग शैली है। एक महान खिलाड़ी में जो बातें होनी चाहिए वे सभी उनमें हैं। मुझे आशा है कि वे अभी और आगे जाएँगे।

ग्रीम पोलक : तेंडुलकर निःसंदेह विश्व के श्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। कई बार बल्लेबाज नकारात्मक नजरिए से खेलते हैं और विकेट बचाने की सोचते हैं। मेरे विचार से सकारात्मक नजरिया रखते हुए आपको गेंदबाज का सामना करना चाहिए और सचिन ऐसा ही करते हैं। जब आप ऐसा करते हैं तो पूरा खेल बदल जाता है।

ग्रेग चैपल : मुझे अच्छा लगेगा यदि सचिन मैदान पर जाकर बल्ले की जगह स्टंप्स से खेलें। मैं विश्वास से कह सकता हूँ कि उनका प्रदर्शन तब भी अच्छा ही होगा क्योंकि वे मानसिक और तकनीकी रूप से बहुत सशक्त हैं। इसमें कोई शक नहीं कि सचिन अपने दौर के श्रेष्ठ और सर्वकालिक श्रेष्ठ कुछ खिलाड़ियों में से एक हैं।

इमरान खान : जब मैंने सचिन को कराची में बल्लेबाजी करते हुए देखा तभी विश्वास हो गया कि यह लड़का बहुत आगे जाएगा। तब सचिन की उम्र बहुत कम थी, लेकिन उनकी तकनीक और आत्मविश्वास गजब का था। सचिन की खासियत है कि वे अपनी पारी को बहुत मजबूती से आगे बढ़ाते हैं। गेंदबाज को कड़ी मेहनत करना होती है जिससे वे सचिन को गलती करने के लिए मजबूत करें। मेरा मानना है कि इंजमाम सचिन से बेहतर खिलाड़ी हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट के मामले में सचिन का पलड़ा कुछ भारी है।

कपिलदेव : मुझे लगता है कि इस दुनिया में कुछ लोग ऐसे हैं जो सर्वश्रेष्ठ में भी कमियाँ ढूँढते हैं। सचिन ने क्रिकेट के दोनों रूपों में 10 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं, फिर भी उनकी आलोचना होती है तो मुझे आश्चर्य होता है।

एलन डॉनाल्ड : सचिन का शॉट चयन बहुत अच्छा होता है। वे गेंद की लाइन में आकर जब शॉट खेलते हैं तो लगता है मानो गेंदबाज का मजाक उड़ा रहे हों। वे बहुत ही अच्छे व्यक्ति हैं और पिछले कई सालों के दौरान मैंने उनसे बहुत बातें की हैं। ब्रायन लारा को कई मामलों में पीछे छोड़ते हुए सचिन ने स्वयं को विश्व का श्रेष्ठ बल्लेबाज साबित किया है।

टोनी ग्रेग : वे बहुत ही ठंडे दिमाग के बल्लेबाज हैं। सचिन बहुत ही कम उम्र में भी एक परिपक्व खिलाड़ी की तरह खेलते थे। मुझे ऐसा कोई खिलाड़ी याद नहीं आता जो 25 वर्ष की उम्र में उनके जैसी परिपक्वता से खेलता हो।

मो. अजहरुद्दीन : मैं सचिन को जितना भी खेलते हुए देखता हूँ उनकी बल्लेबाजी देखनी की इच्छा उतनी ही बढ़ती जाती है।

स्टीव वॉ : सचिन की पारी मेरे द्वारा देखी गई अब तक की सर्वश्रेष्ठ पारी थी। ऐसे महान खिलाड़ी से हारने में शर्म की कोई बात नहीं। सचिन संभवतः डॉन ब्रैडमेन के बाद दूसरे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं (शारजाह में कोका कोला कप फाइनल हारने के बाद का बयान)। (नईदुनिया)

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