ब्रिसबेन। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिसबेन टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय टीम बड़ा स्कोर बनाने में चूक गई। ऑस्ट्रेलियाई पारी के दौरान भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के शुरुआती विकेट झटक लिए थे। ऑेस्ट्रेलियाई पारी में एक समय ऐसा भी आया जब फील्डिंग कर रहे अजिंक्य रहाणे ने भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से माफी मांगी।
भारतीय पारी के लंच से पहले 408 रनों पर खत्म होने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी शुरू की। तेउमेश यादव ने दो विकेट लेकर कंगारू टीम पर दबाव बनाया और एक समय ऐसा भी आया जबकि ऑस्ट्रलिया 121 रन पर 3 विकेट खोकर संघर्ष करता दिख रहा था।
तीसरे सत्र के खेल में कप्तान स्टीवन स्मिथ और शॉन मार्श के क्रीज़ पर थे। भारत के लिए इस साझेदारी को तोड़ना हर हाल में जरूरी था। तेज गेंदबाज वरुण आरोन ने ऑस्ट्रेलियाई पारी की 45वें ओवर में शॉन मार्श को कैच आउट करने का एक मौका दिलाया, लेकिन रहाणे कैच पकह़ नहीं पाए।
आरोन की शॉर्ट बॉल को लेग की दिशा में खेलने के प्रयास में मार्श ने लेग गली में शॉट खेल दिया और गेंद काफी देर तक हवा में रही। विकेटकीपर धोनी और रहाणे दोनों ही कैच के लिए प्रयास करने लगे, इस बीच रहाणे ने खुद कैच लपकने की बात कहकर धोनी को पीछे कर दिया। वह गेंद पर लगातार नजर बनाए हुए थे लेकिन जब गेंद नीचे आई तो गेंद उनकी हथेलियों में आने की बजाए अंगुली को छुती हुई जमीन पर गिर गई।
कैच गिराने के बाद निराश रहाणे ने टीम के कप्तान और विकेटकीपर धोनी से माफी मांगी क्योंकि अगर वह कैच के लिए जाते तो बहुत संभावना थी कि वह उसे लपक लेते क्योंकि उन्होंने दस्ताने पहन रखे थे। रहाणे दुखी थे लेकिन उनका यह दुख तब काफूर हो गया जब तेज गेंदबाज उमेश यादव ने मार्श को विकेट के पीछे कैच आउट कराकर चलता कर दिया। मार्श रहाणे द्वारा दिए गए जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके और आउट हो गए।