ये विश्वकप इतना जोरदार तरीके से चल रहा है कि सेमीफाइनल की दौड़ में शामिल सभी टीमों की आखिरी तक सांसें थमी रहीं कि वे सेमीफाइनल में पहुंच पाएंगे या नहीं। छोटी टीमों ने बड़ी टीमों के नाक में दम कर दिया उनके खेल ने कई बड़ी टीमों को बाहर की राह दिखा दी। इसका फायदा पाकिस्तान को हुआ जिसने बैक डोर से एंट्री मार ली। सेमीफाइनल लाइनअप आ चुकी है। 9 नवम्बर को न्यूजीलैंड और पाकिस्तान में मुकाबला होगा और 10 नवम्बर को भारत और इंग्लैंड में मुकाबला होगा। दोनों ही मुकाबले नजदीकी होने की उम्मीद है और यह बताना अत्यंत मुश्किल है कि फाइनल किन दो टीमों के बीच होगा। बात करते हैं भारत बनाम इंग्लैंड मैच की। दोनों ही टीम बराबरी के स्तर की हैं। भारतीय टीम के सामने 3 चुनौतियां हैं, अगर इनसे पार पा लिया तो फाइनल में खेलना तय है।
चुनौती नंबर 1 : एडिलेड का पिच
पाकिस्तान-न्यूजीलैंड का मुकाबला सिडनी है और इस कारण पाकिस्तान टीम थोड़े फायदे में रहेगी। सिडनी का विकेट टर्न लेता है और स्पिनर्स के लिए मददगार है। पाकिस्तान के पास वर्ल्ड क्लास स्पिनर हैं जो न्यूजीलैंड की टीम को अपने भंवर में उलझा सकते हैं। वैसे भी न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों का स्पिन खेलने के मामले में हाथ तंग है।
दूसरी ओर भारत-इंग्लैंड का मुकाबला एडिलेड में है, जहां का पिच तेज और उछाल भरा है। तेज गेंदबाजों को यहां पर गेंदबाजी करने में मजा आता है। ऐसे में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों के लिए मुसीबत बन सकते हैं। याद कीजिए पर्थ में भारत-दक्षिण अफ्रीका मुकाबले को। किस तरह से अफ्रीकी पैस अटैक के सामने भारतीय बल्लेबाज लड़खड़ा गए थे। इंग्लैंड के पास दक्षिण अफ्रीका के स्तर के तेज गेंदबाज तो नहीं हैं, लेकिन अच्छे जरूर हैं। ऐसे में वे भारतीय बल्लबाजों की परीक्षा लेने में नहीं चूकेंगे। भारतीय बल्लेबाजों को इनके खिलाफ जमकर खेलना होगा।
चुनौती नंबर 2 : विराट-सूर्य पर बहुत ज्यादा निर्भरता
विराट कोहली अब तक टी20 वर्ल्ड कप 2022 में 246 रन और सूर्य कुमार यादव 225 रन बना चुके हैं। अब तक हुए मैचों में भारतीय पारी इन दोनों के इर्दगिर्द घूमती है। ये दोनों या एक भी असफल रहता है तो टीम संकट में फंस जाती है। रोहित के रनों का झरना सूख गया है। वे रंगत में नजर नहीं आ रहे हैं। केएल राहुल फॉर्म में जरूर लौटे हैं, लेकिन अभी भी भरोसेमंद नहीं हैं। हार्दिक पंड्या तभी अच्छा कर सकते हैं जब दूसरे एंड पर सहयोग मिले। ऋषभ पंत या दिनेश कार्तिक बल्लेबाजी में किसी काम के नहीं हैं। विराटऔर सूर्य कुमार यादव पर इतनी निर्भरता ठीक नहीं कही जा सकती है। ये बात सभी को पता है और इंग्लिश टीम इन दोनों के खिलाफ रणनीति बनाने में जुट गई होगी। अन्य बल्लेबाजों को चाहिए कि वे अपनी जिम्मेदारी निभाएं।
चुनौती नंबर 3 : रंग में नहीं भारतीय स्पिनर्स
अश्विन और अक्षर पटेल कुछ मैचेस खेले हैं। विकेट भी लिए हैं, लेकिन अब तक अपने प्रदर्शन के बल पर भरोसा नहीं जीत पाए हैं। ऐसे में हमेशा इस बार का डर बना रहता है कि कहीं इनके ओवर्स भारी न पड़ जाएं। इंग्लैंड के बल्लेबाज भी स्पिनर्स के आगे डांस करते हैं। श्रीलंका के खिलाफ हुए मुकाबले में हमने देखा कि किस तरह से स्पिनर्स के आगे उनके बल्लेबाज सहम गए थे और बड़ी मुश्किल से मुकाबला उन्होंने जीता था। भारतीय स्पिनर्स पर जवाबदारी होगी कि वे अंग्रेज बल्लेबाजों को बांध कर रखे इससे काम आसान हो जाएगा।