साउथैम्पटन। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में अंगूठे में फ्रेक्चर से नहीं उबर पाने के कारण वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद 23 वर्षीय शिखर धवन बेहद निराश है। उन्होंने सपने भी नहीं सोचा था कि चोट की वजह से बाहर होना पड़ेगा।
धवन ने कहा कि बेशक इस तरह विश्व कप से बाहर होने पर मैं बहुत हताश हूं लेकिन ये खेल है, इसे जारी रहना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं यह बताते हुए काफी जज्बाती हो रहा हूं कि अब विश्व कप का हिस्सा नहीं रहूंगा। मेरा अंगूठा समय पर ठीक नहीं हो सकेगा लेकिन खेल जारी रहना चाहिए। मैं अपने साथी खिलाड़ियों, क्रिकेटप्रेमियों और पूरे देश का शुक्रगुजार हूं। जय हिन्द।’
सनद रहे कि अंगूठे में फ्रेक्चर से उबर नहीं पाने के कारण बुधवार को मौजूदा विश्व कप से बाहर हो गए और उनकी जगह युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को टीम में जगह दी गई। उनके अंगूठे के फ्रेक्चर की जांच की गई तो पता चला कि इसमें ज्यादा सुधार नहीं हुआ है, इसी वजह से वे विश्व कप से बाहर हो गए।
9 जून को ओवल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के दौरान बाएं हाथ के अंगूठे में चोट लग गई थी और शुरू में इसके कारण वह पाकिस्तान (16 जून), अफगानिस्तान (22 जून) और वेस्टइंडीज (27 जून) के खिलाफ होने वाले मैचों में चयन के लिए उपलब्ध नहीं थे।
टीम के प्रशासनिक प्रबंधक सुनील सुब्रमण्यम ने बताया कि धवन के बाएं हाथ की मेटाकार्पल हड्डी में फ्रेक्चर है। जुलाई के मध्य तक उनके हाथ में प्लास्टर लगा रहेगा, जिसके कारण वह आईसीसी 2019 विश्व कप से बाहर हो गए।
उन्होंने कहा, ‘हमने आईसीसी को लिखा है और उनकी जगह ऋषभ पंत को शामिल करने का अनुरोध किया है। पंत को 5 वनडे मैचों का अनुभव है लेकिन दबाव में नहीं आने की प्रवृति से उन्हें ट्रंप कार्ड माना जा रहा है। वह अम्बाती रायुडू के साथ अधिकारिक स्टैंडबाय की सूची में शामिल थे।
21 वर्षीय खिलाड़ी को पिछले एक साल में शानदार फार्म के बावजूद जब 15 सदस्यीय टीम में नहीं चुना गया था तो काफी विवाद हुआ था। महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने पंत को टीम में शामिल करने का समर्थन किया। उन्होंने कहा था कि अगर धवन चोट के कारण बाहर हो जाते हैं तो शानदार फार्म को देखते हुए दिल्ली का यह खिलाड़ी टीम में शामिल होने का हकदार है।
पंत ने इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट दौरे के दौरान शतक जड़े थे। पिछले महीने आईपीएल में भी उसने अच्छा प्रदर्शन किया था, जिसमें उन्होंने 160 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 488 रन बनाए थे।