ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल ने मंगलवार को विकट परिस्थितियों में अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गये 39वें मुकाबला में विश्वकप का दोहरा शतक जड़ा है।इसी के साथ उन्होंने पैट कमिंस के बीच आठवें विकेट के लिए 202 रन की साझेदारी कर उन्होंने शेन वॉर्न और पॉल राइफल के 119 रनों की साझेदारी का रिकॉर्ड तोड़ा है। यह एकदिवसीय मुकाबले में सबसे बड़ी साझेदारी है। मैक्सवेल ने एंड्रयू हॉल और जस्टिन केम्प के 138 रनों की साझेदारी का भी रिकॉर्ड तोड़ा है।
विश्वकप क्रिकेट के इतिहास में इसे ऑस्ट्रेलिया से ज़्यादा मैक्सवेल की अकेले दम पर दिलाई गई जीत के तौर पर जाना जायेगा। उन्होंने न केवल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से मैच पासा पलटा बल्कि चोटों से लड़ते हुए दोहरा शतक जड़ दिया।
मैच के बाद मैक्सवेल ने कहा कि आज काफी गर्मी थी। धूप में क्षेत्ररक्षण करने के बाद बल्लेबाजी के दौरान यह मेरे ऊपर हावी हो गई। हालांकि कुछ अधिक रणनीति नहीं बनाई। सिर्फ़ अपने शॉट्स पर ध्यान केंद्रित रखा। परिस्थियों के परे मेरा ध्यान अपने स्वभाविक खेल खेलने के ऊपर ही था।
इससे पहले वह नीदरलैंड्स के खिलाफ 40 गेंदों में शतक जड़कर किसी भी विश्वकप का सबसे तेज शतक बना चुके थे। लेकिन आज जो उन्होंने पारी खेली उसने रिकॉर्ड्स तो तोड़े ही कई मिथक भी तोड़ दिए।
यह रनों का पीछा करते हुए आई सर्वश्रेष्ठ पारी है। इससे पहले 193 रनों का रिकॉर्ड फकर जमान के नाम था। वहीं किसी भी विश्वकप में यह ऑस्ट्रेलिया के किसी भी बल्लेबाज का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। इससे पहले डेविड वॉर्नर ने अफगानिस्तान के खिलाफ ही 178 रनों की पारी खेली थी।