ENGvsIND वनडे विश्वकप में भारत ने इंग्लैंड को 20 साल बाद हार का स्वाद चखाया। इससे पहले भारतीय टीम ने साल 2003 में डरबन में इंग्लैंड को हराया था। लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम में भारत ने 50 ओवरों में 9 विकेट के नुकसान पर 229 रन बनाए थे। लेकिन इंग्लैंड के लिए यह स्कोर बहुत बड़ा साबित हुआ और टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई।
इंग्लैंड 34.5 ओवरों में सिर्फ 129 रन ही बना पाई और 100 रनों से मैच हार गई। इंग्लैंड का एक भी बल्लेबाज पचास रन तक नहीं बना सका। भारत की यह इस विश्वकप में लगातार छठवीं जीत है और इंग्लैंड लगातार 4 और कुल 5 मैच हारकर विश्वकप से बाहर हो गया है।
भारत ने मौजूदा विश्व कप में अपने पहले पांच मैच लक्ष्य का पीछा करते हुये जीत कर मजबूत बल्लेबाजी का मुजाहिरा किया था जबकि शनिवार को लखनऊ में गेंदबाजों ने अपने हुनर का प्रदर्शन करते हुये सामान्य से दिखने वाले लक्ष्य का बखूबी बचाव कर गत विजेता इंग्लैंड को 100 रन के विशाल अंतर से शिकस्त झेलने पर मजबूर कर दिया।
इस मुकाबले के बाद भारत का सेमीफाइनल का टिकट लगभग पक्का हो गया है जबकि गत विजेता इंग्लैंड अंतिम चार की दौड़ से लगभग बाहर हो चुका है। अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम पर भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुये नौ विकेट पर 229 रन बनाये। जवाब में इंग्लैंड की पूरी टीम 34.5 ओवर के खेल में 129 रन बना कर ढेर हो गयी।
इकाना स्टेडियम की लाल मिट्टी की पिच पर भारत के स्कोर को देखते हुये लग रहा था कि इंग्लैंड इस मैच में वापसी कर लेगा मगर मोहम्मद शमी (22 रन पर चार विकेट) और जसप्रीत बुमराह (32 रन पर तीन विकेट) ने अपनी सनसनाती गेंदबाजी से इंग्लैंड के खेमे में सनसनी फैला दिया जबकि बची खुची कसर कुलदीप यादव (24 रन पर दो विकेट) और रविंद्र जडेजा (16 रन पर एक विकेट) ने अपनी फिरकी से पूरी कर दी।
निचले क्रम के लियम लिविंगस्टन (27) इंग्लैंड की ओर से सर्वाधिक योगदान देने वाले बल्लेबाज थे। अंग्रेज बल्लेबाजी की जान जो रूट और ब्रेन स्टोक्स तो अपना खाता भी नहीं खोल सके। इंग्लैंड की आधी टीम 52 रन के स्कोर पर पवेलियन लौट चुकी थी।
इससे पहले रोहित शर्मा (87) और केएल राहुल (39) के बीच 91 रनों की साझीदारी के बाद सूर्य कुमार यादव (49) की साहसिक पारी की मदद से भारत ने 229 रन का स्कोर खड़ा किया था। शुभमन गिल (9),विराट कोहली (0) और श्रेयस अय्यर (4) के सस्ते मे आउट होने के बाद संकट में आयी भारतीय पारी को हिट मैन रोहित और धीर गंभीर के एल राहुल की जोड़ी ने संभाला। बाद में सूर्य कुमार यादव ने अपने चिर परिचित अंदाज में अंग्रेज बल्लेबाजों की धुलायी की जिसकी बदौलत भारत मेहमान इंग्लैंड को 230 रन का लक्ष्य देने में सफल रहा।
विश्व कप में यह पहला मौका है जब विराट शून्य के स्कोर पर आउट हुये हैं। गिल और श्रेयस को क्रिस वोक्स ने अपना शिकार बनाया जबकि विराट डेविड विली की गेंद पर कैच आउट हुये। सस्ते में तीन विकेट खोकर सकते में आयी भारतीय पारी को रोहित शर्मा ने संवारा जिसमें उन्हे केएल राहुल का भरपूर सहयोग मिला।
दोनो बल्लेबाजों ने टीम के स्कोर को 131 रनों तक पहुंचा कर मुकाबले को संतुलित कर दिया था मगर इस बीच राहुल विली की गेंद को उड़ाने के प्रयास में मिड आन पर खड़े ब्रेस्टो के हाथों लपके गये। अब तक एक छोर पर संयम का परिचय दे रहे रोहित शर्मा का आत्मविश्वास लड़खड़ाया और वह पारी के 37वें ओवर में आदिल रशीद की गेंद को हिट करने के प्रयास में डीप मिडविकेट पर खड़े लिविंगस्टोन को कैच दे बैठे। विश्व कप में अपने दूसरे शतक से चूके रोहित ने अपनी अर्धशतकीय पारी में दस चौके और तीन छक्के लगाये।
रोहित के आउट होने के बाद क्रीज पर आये रविन्द्र जडेजा (8) भी आज टीम के लिये कुछ खास नहीं कर सके। वह आदिल रशीद की गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। सात विकेट 187 पर उखड़ने के बाद भारतीय पारी की उम्मीदें विस्फोटक सूर्य कुमार यादव पर टिक गयी थी जिन्होने अपनी 49 रन की उपयोगी पारी से लक्ष्य को चुनौतीपूर्ण बनाने की भरपूर कोशिश की। विली की गेंद पर बड़ा शाट खेलने के प्रयास में वह डीप प्वाइंट पर लपके गये। मो शमी (1) और जसप्रीत बुमराह (16) पर आउट हुये। लोकल ब्वाय कुलदीप यादव नौ रन बना कर नाबाद रहे।
विश्व कप में अब तक खुल कर रन लुटा रहे इंग्लिश गेंदबाजों ने इकाना के मैदान पर वापसी की। डेविड विली ने 45 रन देकर तीन विकेट झटके जबकि क्रिस वोक्स और आदिल रशीद को दो दो विकेट मिले। मार्क वुड को एक विकेट मिला।इससे पहले इंग्लैंड ने टॉस जीत कर भारत को पहले बल्लेबाजी करने का निमंत्रण दिया। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इस न्योते को मुस्कराते हुये स्वीकार किया और कहा कि अब तक उनकी टीम लक्ष्य का पीछा करते हुये जीती है और वह इस मैच को चुनौती के रूप में लेते है जब गेंदबाज लक्ष्य का बचाव करने उतरेंगे।