नीदरलैंड के तेजा निदामानुरू, आर्यन दत्त और विक्रम सिंह जब शुक्रवार को हैदराबाद में पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले विश्व कप मैच के लिए मैदान पर उतरेंगे तो शायद उनकी आंखों में आंसू की कुछ बूंदें होंगी।इनके लिए भारत की यात्रा सिर्फ क्रिकेट के सबसे भव्य मंच पर अपना कौशल दिखाने से नहीं जुड़ी बल्कि यह अपनी जड़ों से जुड़ना भी है।
इन तीनों ने नीदरलैंड में ही क्रिकेट को अपने जीवन का हिस्सा बनाया है लेकिन मातृभूमि से अपने रिश्ते नहीं तोड़े हैं।इन तीनों में तेजा सबसे ज्यादा उत्साहित हैं क्योंकि नीदरलैंड विश्व कप का अपना पहला मैच हैदराबाद में खेल रहा है। तेजा का जन्म हैदराबाद से लगभग 280 किलोमीटर दूर विजयवाड़ा में हुआ था और उस शहर में उनके कई रिश्तेदार हैं।
अब यह 29 वर्षीय खिलाड़ी अपने रिश्तेदारों के सामने विश्व कप मैच खेलने के लिए उत्साहित है।तेजा ने पीटीआई से कहा, मैं (विजयवाड़ा में) अपने परिवार के साथ संपर्क में हूं और मैं वास्तव में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ मुझे और टीम को खेलते हुए देखने के लिए उनके हैदराबाद के स्टेडियम में आने का इंतजार कर रहा हूं।
उन्हेंने कहा, अपने जन्मस्थल भारत में विश्व कप खेलने के लिए क्वालीफाई करने को लेकर मैं बेहद उत्साहित हूं।तेजा ने कहा, मुझे यकीन है कि जब राष्ट्रगान होगा और मेरा परिवार हैदराबाद में स्टैंड में होगा तो हल्के से आंसू आ जाएंगे।
विक्रम हैदराबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे मैच के नौ दिन बाद 17 अक्टूबर को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने तीसरे विश्व कप मैच के लिए नीदरलैंड की धर्मशाला यात्रा का इंतजार कर रहे हैं।यह 20 वर्षीय ऑलराउंडर उस विस्तारित ब्रेक के दौरान जालंधर के चीमा खुर्द में अपने रिश्तेदारों से मिलना चाहता था।
विक्रम ने कहा, मुझे ऐसा करने की उम्मीद है। मुझे उम्मीद है कि मैं जालंधर में हमारे घर जाऊंगा और अपने रिश्तेदारों से मिलूंगा। निश्चित रूप से मैं उन्हें हमारे कुछ मैचों का दौरा कराने की कोशिश कर रहा हूं, उम्मीद है कि धर्मशाला या लखनऊ में।
विक्रम का जन्म नीदरलैंड में ही हुआ है।विक्रम पिछले साल ट्रेनिंग के लिए भारत आए थे। उन्होंने कहा, पिछले साल नीदरलैंड में सर्दियों के दौरान भारत में मैंने चंडीगढ़ और जालंधर में ट्रेनिंग ली और मुझे कुछ भारतीय खिलाड़ियों से भी मिलने का मौका मिला।
विक्रम और आर्यन के विपरीत तेजा दुनिया को अपने स्ट्राइकिंग कौशल का नजारा दिखा चुके हैं।तेजा ने 26 जून को हरारे में आईसीसी विश्व कप क्वालीफायर में वेस्ट इंडीज के खिलाफ 76 गेंदों पर 111 रन बनाए थे। नीदरलैंड ने 374 पर स्कोर बराबर रहने के बाद वेस्टइंडीज को एक ओवर के एलिमिनेटर में हराया था।
तेजा ने कहा, मेरे नाम नीदरलैंड के लिए सबसे तेज एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक है और मुझे इस पर गर्व है। हमारे जीतने और विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने के कारण यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है।
उन्होंने कहा, कभी-कभी जब आप प्रवाह में होते हैं तो चीजें होती हैं और मैं उस स्थिति में रहने के लिए बहुत कड़ी मेहनत करता हूं ताकि मैं स्वतंत्रता के साथ खेल सकूं। मुझे खुशी है कि दबाव में इसे पूरा किया जा सकता है।
नीदरलैंड के क्रिकेटरों के लिए पूरे साल खेलते रहने में एकमात्र बाधा लंबी यूरोपीय सर्दी है।पंजाब के हाशियारपुर के ताल्लुक रखने वाले 20 साल के ऑफ स्पिनर आर्यन ने कहा कि उन्होंने क्रिकेट के बिना रहने से बचने का तरीका ढूंढ लिया है।
आर्यन ने कहा, राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ी या तो सर्दियों में विदेश जाते हैं और दक्षिणी गोलार्ध की गर्मियों में खेलते हैं या राष्ट्रीय टीम के साथ रहते हैं और इंडोर प्रशिक्षण लेते हैं।धर्मशाला में नीदरलैंड के मैच में अपने रिश्तेदारों को लाने की योजना बना रहे आर्यन ने कहा, हम सर्दियों में अन्य देशों का भी दौरा करते हैं और उदाहरण के लिए दक्षिण अफ्रीका में कई शिविर लगाते हैं।(भाषा)