नई दिल्ली। केंद्र में सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष बुधवार को नोटबंदी के मुद्दे पर आमने-सामने है। भाजपा नोटबंदी के एक साल पूरे होने के मौके पर आज 'काला धन विरोधी दिवस' मना रही है जबकि कांग्रेस ने इसे 'काला दिन' के तौर पर मनाने का ऐलान किया है।
सोशल मीडिया पर आज सुबह से ही नोटबंदी पर जंग जारी है। यहां आज सुबह से ही दोनों ही पक्षों के दिग्गज सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। सत्ता पक्ष जहां नोटबंदी के फायदे गिना रहा है तो विपक्ष इसे त्रासदी बता रहा है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल आठ नवंबर को ही 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को अमान्य घोषित किया था।
केंद्रीय मंत्रियों सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर नोटबंदी के फायदे गिनाएंगे। वहीं दूसरी ओर नोटबंदी को जन विरोधी करार देते हुए कांग्रेस और कई विपक्षी पार्टियां देश भर में इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगी।
विपक्ष की आलोचना से बेपरवाह भाजपा ने दावा किया है कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था ‘स्वच्छ’ हुई है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, अनंत कुमार, निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बास नकवी, सुरेश प्रभु और स्मृति ईरानी क्रमश: मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, चंडीगढ़, जयपुर और लखनऊ में मीडिया से बात करेंगे।
केंद्रीय प्रकाश जावड़ेकर बेंगलूर और पीयूष गोयल अहमदाबाद में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। जयंत सिन्हा को भी इससे जुड़ी कोई जिम्मेदारी दी गई है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात में रहेंगे। (भाषा)