सिर पर ठेठ देहाती पगड़ी, पांवों में हवाई चप्पल, साधारण-सी कमीज और उसके भीतर झांकती बनियान। इस तरह के 35-40 लोगों के समूह को देखकर आपको पहली नजर में हवाई अड्डे पर होने का अहसास तो बिलकुल भी नहीं होगा। ऐसा लगेगा मानो आप किसी रेलवे स्टेशन का दृश्य देख रहे हों, लेकिन इंदौर के हवाई अड्डे पर जब उत्साह से भरे इन लोगों को देखा तो सुखद आश्चर्य होना स्वाभाविक था।
दरअसल, यह दृश्य हमारी पूरी आबादी में किस तरह बदलाव हो रहे हैं, उसको बखूबी इंगित करता है। यह इस बात का भी संकेत है कि सिर्फ युवा वर्ग और खास तबका ही सपनों की उड़ान नहीं भर रहा है, बल्कि आम लोग भी अब उड़ान का अपना सपना पूरा कर रहे हैं।
इनमें से कुछ लोगों से पूछा तो पता चला कि ये सभी लोग राजस्थान के झालावाड़ जिले के भवानीमंडी से ट्रेन से इंदौर पहुंचे और फिर यहां से वे विमान से मुंबई के लिए रवाना हो रहे हैं। करीब 40 लोगों का यह समूह मुंबई में राधास्वामी सत्संग में भाग लेने के लिए जा रहा था।
उत्साह से चमकते इनके चेहरे बयां कर रहे थे कि भारतीय समाज कितनी तेजी से बदल रहा है। ये चाहते तो 200 रुपए किराया खर्च करके मुंबई पहुंच सकते थे, लेकिन इन्होंने हवाई जहाज से मुंबई जाना तय किया।
दरअसल, बदलाव के ये चेहरे सिर्फ इंदौर ही नहीं अब हर जगह दिखाई देने लगे हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि अब हमारा इंदौर भी बदल रहा है और हमारा इंडिया भी बदल रहा है।