नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार से शर्मिंदा कांग्रेस ने आज स्वीकार किया कि वह जनता की नब्ज नहीं पकड़ सकी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिल्ली मामलों के प्रभारी पीसी चाको ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अपने लिखित संदेश में कहा, ‘पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन से मैं टूट गया हूं। मैं जनता के मूड को नहीं भांप सका।’ चाको ने पराजय की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने इस्तीफे की पेशकश की।
उन्होंने यह भी कहा कि वह उनके नेतृत्व में बिना किसी पद के भी पार्टी को फिर से मजबूत बनाने के लिए किसी भी तरह के बलिदान के लिए तैयार हैं।
सूत्रों के मुताबिक चाको ने अपने पत्र में कहा, ‘मैं पूरी विनम्रता के साथ अपने इस्तीफे की पेशकश करता हूं ताकि किसी तरह का बदलाव किया जा सके जिसे पार्टी जरूरी समझती हो।’
आम आदमी पार्टी ने आज दिल्ली विधानसभा की 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज कर भाजपा को महज तीन सीटों पर समेट दिया और कांग्रेस का पूरी तरह सफाया कर दिया।
कांग्रेस इस बार अपनी सभी आठ सीटें हार गई जो उसने पिछले चुनाव में जीती थी। ये सब वे सीटें हैं जिस पर वह पिछले तीन बार से जीतती रही थीं।
हालांकि पार्टी को इस चुनाव से बहुत ज्यादा आशा नहीं थी लेकिन उसने यह उम्मीद भी नहीं की थी कि पार्टी का सूपड़ा ही साफ हो जाएगा और खाता भी नहीं खुलेगा।
चाको ने कहा कि पार्टी के लिए यह बहुत बड़ा धक्का है। चुनाव परिणाम हमारी अपेक्षाओं से बहुत ही कम है। हम सब को यह देखना होगा कि क्या गलत हुआ है। (भाषा)