नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के दो पूर्व पदाधिकारियों ने 2015 दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर सदन में अपनी जगह बना ली है।
कांग्रेस से जुड़े छात्र संगठन एनएसयूआई की पूर्व नेता और चांदनी चौक से आप प्रत्याशी अलका लांबा जीतकर दिल्ली विधानसभा पहुंच गई हैं। वहीं भाजपा को मिली तीन सीटों में से एक रोहिणी से डूसू के पूर्व पदाधिकारी विजेन्द्र गुप्ता जीते हैं।
सेंट स्टीफेन कॉलेज की छात्रा रहीं लांबा ने एनएसयूआई के टिकट पर 1995 में डूसू के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था और बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। हालांकि उन्होंने दिसंबर 2013 में कांग्रेस का साथ छोड़ दिया और आप का हाथ थाम लिया।
1984 में डूसू के अध्यक्ष रहे गुप्ता बाद में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने। आज आए परिणाम में उन्होंने आप के चरणजी लाल गुप्ता को करीब पांच हजार मतों से हराया है।
2015 दिल्ली विधानसभा चुनाव में डूसू के छह पूर्व पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया था। हालांकि जीत सिर्फ दो लोगों को मिली है। (भाषा)