नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से आम आदमी पार्टी को 67 सीटें मिलने के साथ एक बार फिर सारे चुनावी सर्वेक्षण वास्तविक स्थिति से काफी पीछे रहे और कोई भी एजेंसी अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी के लिए इतनी जबरदस्त जीत का पूर्वानुमान नहीं लगा सकी।
नरेंद्र मोदी की लहर पर जीत हासिल करने की उम्मीद करने वाली भाजपा तीन सीटें ही हासिल कर सकी।
पिछले साल लोकसभा चुनावों में दिल्ली में शून्य पर सिमट गई कांग्रेस का विधानसभा चुनाव में भी यही हाल हुआ है।
सात फरवरी को मतदान के बाद हुए एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी को स्पष्ट बहुमत की संभावना तो सभी ने जताई थी लेकिन केवल एक चैनल पर उसे 50 सीटों से आगे निकलते हुए दिखाया गया।
इंडिया न्यूज-एक्सिस के पोल में आप को 53 सीटें मिलने की संभावना जताई गई थी। इस सर्वेक्षण में भाजपा को 17 और कांग्रेस को दो सीटें मिलने का पूर्वानुमान लगाया गया था।
न्यूज 24-टुडे-चाणक्य के एग्जिट पोल में आप को 48 और भाजपा को 22 सीटें दी गई थीं। हालांकि इस सर्वेक्षण में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं दी गई थी।
इंडिया टुडे-सिसेरो के एक्जिट पोल के नतीजों में आप को 43 और भाजपा को 29 सीटें मिलने की संभावना जताई गई थी। इस सर्वे में कांग्रेस को पांच सीटें मिलने का पूर्वानुमान लगाया गया था। (भाषा)