चंडीगढ़। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी की करारी हार पर उनके पति बृज बेदी महसूस करते हैं कि उनकी हार की एक वजह चुनाव में उनका समर्थन करने में भाजपा कार्यकर्ताओं की विफलता है।
71 वर्षीय बृज ने यह भी कहा कि दिल्ली के युवाओं ने आम आदमी पार्टी (आप) की शानदार जीत में अहम भूमिका निभाई।
उन्होंने सवाल किया, ‘यदि उनका पूरा साथ दिया जाता तो वह क्यों नहीं जीत सकती थीं?’ उन्होंने कहा, ‘वह 2000 से अधिक मतों से हारीं जबकि (भाजपा नेता) हर्षवर्धन (कृष्णा नगर से) बड़े अंतर से जीतते थे। इसका मतलब है कि उन्हें समर्थन नहीं मिला.. इसका मतलब है कि आपके (भाजपा के) कार्यकर्ताओं ने काम नहीं किया।’
उन्होंने कहा कि किरण का विरोधी कोई ज्यादा पहचाना व्यक्ति नहीं था। उनसे पूछा गया था कि वह चुनाव में किरण बेदी की हार के बारे में क्या सोचते हैं।
अपनी पत्नी का बचाव करते हुए बृज ने कहा, ‘वह (भाजपा) किरण बेदी की वजह से नहीं हारीं बल्कि यह आप (भाजपा) ही थे, जिसे उनकी जीत सुनिश्चित करनी थी। वह सुशासन का चेहरा थीं।
बृज बेदी ने कहा, ‘मैं महसूस करता हूं कि दिल्ली के युवाओं ने आप की जीत सुनिश्चित करने का मन बना लिया था और उन्होंने पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाई।’
सामाजिक कायकर्ता बृज बेदी गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने के लिए अमृतसर में एक स्कूल चलाते हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का दुष्प्रचार भी पूर्व आईपीएस अधिकारी के खिलाफ गया। मतदाताओं के बीच यह दुष्प्रचार किया गया कि वह सड़कों से अतिक्रमण एवं रेहड़ी पटरी हटा देंगीं।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल के खिलाफ भाजपा का नकारात्मक प्रचार भी पार्टी के लिए घातक साबित हुआ।
आप को उसकी ऐतिहासिक जीत पर बधाई देते हुए बृज बेदी ने कहा कि दिल्ली चुनाव के दौरान किए गए ऊंचे-ऊंचे वादों से मतदाता उसके पक्ष में झुक गए लेकिन इन चुनावी वादों को पूरा करना मुश्किल होगा।
चुनाव में किरण बेदी के कदम रखने को एक बड़ा दांव करार देते हुए उन्होंने कहा, ‘मैंने उनसे (किरण से) दो बार बातचीत की है। नतीजे के बाद उन्होंने मुझसे परेशान नहीं होने को कहा। उन्होंने कहा कि वह बहुत मजबूत हैं।’ (भाषा)