Nupur Sharma news in hindi : दिल्ली विधानसभा चुनाव के एलान के बाद सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली। आम आदमी पार्टी ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है तो भाजपा जल्दी ही अपनी दूसरी सूची जारी कर सकती है। बताया जा रहा है कि पार्टी इस लिस्ट से नूपुर शर्मा के नाम का एलान कर सभी को चौंका सकती है। सोशल मीडिया पर लोग भाजपा से नूपुर शर्मा के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। यहां तो कई लोग उन्हें भाजपा की ओर से सीएम फेस भी बनाने की मांग कर रहे हैं।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट में कहा गया कि दोस्तों... नुपुर शर्मा को आतिशी मार्लेना के खिलाफ BJP से चुनाव लड़ना चाहिए। मुझे पूरा उम्मीद है कि नूपुर शर्मा बहन की आंधी में आतिशी जैसी कई नेता उड़ जाएंगे। यदि बहन को BJP के तरफ से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाता है तो दिल्ली में दो तिहाई बहुमत आएगी। कौन कौन सहमत हैं?
एक अन्य ट्वीट में कहा गया कि जो लोग कहते थे कि भाजपा ने नुपुर शर्मा को छोड़ दिया है। भारत सरकार द्वारा दी गई सुरक्षा देखिए। यह सही समय पर वापस आएंगी। क्योंकि यह वायरस के लिए सबसे अच्छी वैक्सीन है।
कौन हैं नूपुर शर्मा : एक विवादित बयान के बाद मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर आईं और लंबे समय से राजनीतिक परिदृश्य से गायब नूपुर शर्मा एक फायर ब्रांड नेता मानी जाती है। भाजपा की प्रवक्ता रह चुकीं नूपुर को विवादित बयान के बाद पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। नूपुर आमतौर पर टीवी डिबेट्स में भाजपा के पक्ष में अपनी बात रखते हुए नजर आती थीं।
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क्या कहा था नूपुर शर्मा ने : नूपुर ने 2022 में एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर पर विवादित टिप्पणी की थी। भाजपा ने भी उस समय कहा था कि पार्टी ऐसी किसी भी विचारधारा के खिलाफ है, जो किसी भी धर्म या संप्रदाय का अपमान करती है। हालांकि पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद नूपुर ने एक बयान में कहा था कि वे बिना शर्त अपनी टिप्पणी वापिस ले रही हैं। उन्होंने अपनी टिप्पणी को सही ठहराते हुए यह दावा भी किया कि मेरे सामने बार-बार हमारे भगवान शिव का अपमान किया गया, जिसे मैं बर्दाश्त नहीं कर पाई। अत: मैंने भी गुस्से में आकर कुछ बातें कह दीं। इसके बाद उन्हें 6 साल के लिए भाजपा से निष्कासित कर दिया गया।
बहरहाल यह पहली बार नहीं है जब नूपुर शर्मा को भाजपा की ओर से टिकट दिए जाने की मांग की जा रही है। भाजपा अगर उन्हें देना चाहती है तो उसे अपनी इस तेज तर्रार नेता का निष्कासन समाप्त करना होगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट देती है या फिर यह बात सोशल मीडिया से शुरू होकर यही खत्म हो जाएगी।
edited by : Nrapendra Gupta