- सतेन्द्र त्रिपाठी, नई दिल्ली। सरकार से आशाएं तो बहुत है। मगर पार्टियां अपने घोषणा पत्र को ही पूरा कर दे तो काफी होगा। भ्रष्टाचार पर रोक लग जाये, प्रशासन ठीक हो, विकास की बयार हर ओर बहे। कुछ ऐसी ही चाहत है दिल्ली के लोगों की नई सरकार से।
विवेक विहार स्थित अरवाचीन स्कूल की प्राइमरी विभाग इंचार्ज प्रभा गर्ग का कहना है कि राजधानी में भी अब आतंकी घटनाएं हो रही है। नई सरकार को इस खतरे से निपटने के लिए कमर कसनी होगी। इससे दिल्ली के लोगों को अहसास हो सकें कि वह सुरक्षित है।
कैलाश नगर निगम विद्यालय की शिक्षक अंतु कौल कहती है कि उन्हें यमुना की दुर्दशा देखकर बहुत दुख होता। इसी यमुना के पानी से लोगों को जीवन मिलता है। फिर इसकी इतनी उपेक्षा क्यों। यमुना नदी के तटों को विकसित करके इस पिकनिक स्पॉट बनाया जा सकता है। इससे यमुना की सफाई का भी काम संभव हो जाएगा। रेस्टोरेंट चलाने वाले सुनील जैन कहते है कि जनता के काम प्राथमिकता से हो जाए। मंहगाई पर अंकुश लग जाए। लोगों चैन से जीवन गुजार सके और क्या चाहिए सरकार से। सरकारी विभागों में लोगों को अपने छोटे-छोटे कामों के लिए चक्कर न लगाने पड़े।
पंजाब नेशनल बैंक के कर्मचारी काशी प्रसाद तिवारी का कहना है कि दिल्ली का विकास ऐसा हो कि हर जगह दिखाई पड़े। न केवल वीआईपी इलाकों में। प्रशासन जनता की सुने और उस पर काम करे। देखना यह भी है कि जनता ने चुना किसे हैं, दस साल से चल रही सरकार को या फिर नई सरकार को।
डॉ. जोगिंदर सिंह वाधवा कहना है कि पार्टियां सरकार में आने के बाद अपने घोषणा पत्र पर ही अमल करे तो बहुत कुछ काम हो जाएंगे। भ्रष्टाचार को हटाने के लिए संकल्प लेकर काम किया जाए। जनती की हर समस्या को प्राथमिकता से हल किया जाए। व्यवसायी सोहन लाल वर्मा का कहना है कि आतंकवाद एक बड़ी समस्या है और यह केवल दिल्ली ही नहीं, पूरे देश की समस्या है।