दिल्ली में चुनाव आयोग ने बढ़ाई निगरानी
नई दिल्ली , सोमवार, 2 दिसंबर 2013 (20:23 IST)
नई दिल्ली। महानगर में चुनाव के लिए 48 घंटे से भी कम समय बचे होने के साथ दिल्ली चुनाव आयोग ने झुग्गी-झोपड़ियों और अनधिकृत मोहल्ले तथा उत्तरप्रदेश एवं हरियाणा की सीमा सहित उन इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है, जहां धन, शराब और शक्ति का दुरुपयोग हो सकता है।मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय देव ने सोमवार को कहा कि मतदाताओं को रिश्वत देने का प्रयास करने वाले न केवल उम्मीदवारों या राजनीतिक दलों बल्कि ऐसे अवैध रिश्वत लेने वाले लोगों पर भी भादंसं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।उन्होंने कहा कि अंतिम 72 घंटे महत्वपूर्ण हैं और इसलिए हमने झुग्गियों, अनधिकृत मोहल्ले या ऐसी जगह जहां धन, शराब या शक्ति का दुरुपयोग हो सकता है वहां जाल बिछाया हुआ है।उन्होंने कहा कि समाज का जो तबका गरीब है और जिसे धन की जरूरत है उसे राजनीतिक दल आसानी से प्रभावित कर सकते हैं। देव ने कहा कि इसलिए हमने सुनिश्चित किया है कि हमारी टीम ऐसे इलाकों में जाल बिछाए, क्योंकि मतदाताओं को रिश्वत देने का प्रयास हो सकता है।उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसे मामलों में न केवल राजनीतिक दलों या उम्मीदवारों के खिलाफ आदर्श आचार संहिता और आपराधिक धाराओं के तहत कार्रवाई होगी बल्कि कोई भी व्यक्ति जो नकदी या रिश्वत या किसी भी तरह की रिश्वत लेगा उस पर भादंसं की धारा 171 (एच) के तहत कार्रवाई होगी।उन्होंने कहा कि इसके अलावा हमारे सभी फ्लाइंग दस्ते, निगरानी दल एवं वीडियो निगरानी टीम सक्रिय है ताकि हम उन सभी इलाकों पर नजर रख सकें जहां माहौल खराब करने के लिए शराब, धन और शक्ति के उपयोग की आशंका है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने कम मतदान होने वाले इलाकों और कम मतदान करने वाले तबके की पहचान की है और उनमें मतदान के प्रति जागरूकता लाने के प्रयास किए।देव ने कहा कि जैसे ग्रामीण लोगों के लिए हमने कबड्डी मैच का आयोजन किया और शहरी युवकों के लिए कंसर्ट आयोजित कराए ताकि उन्हें जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि हम हर नागरिक को बताना चाहते हैं कि उसका वोट बिकने के लिए नहीं है। मुख्य निर्वाचन कार्यालय सीमावर्ती इलाकों में भी निगरानी बढ़ा रहा है खासकर उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम जिलों में। देव ने कहा कि हम सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि उत्तरप्रदेश और हरियाणा राज्यों के सहयोग से कड़ी निगरानी की जा सके ताकि शराब, धन या शक्ति के इस्तेमाल पर लगाम लग सके। उन्होंने कहा कि चुनाव के दिन दिल्ली आने वाले सभी वाहनों की जांच की जाएगी और यह अच्छा रहेगा कि किसी समस्या से बचने के लिए लोग अपना पहचान पत्र साथ लेकर चलें।उन्होंने कहा कि 11753 मतदान केंद्रों में से 630 को संवेदनशील एवं अति संवेदनशील घोषित किया गया है और हम सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि इन सभी केंद्रों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाए। उन्होंने कहा कि इन सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे। इस बार हम लाइव वेबकास्ट की भी शुरुआत कर रहे हैं जिसके माध्यम से हम मतदान केंद्रों के अंदर चल रही कार्यवाही को नियंत्रण कक्ष में देख सकेंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस के 64 हजार जवान और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 107 कम्पनियां तैनात की गई हैं। (भाषा)