नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी सफलता से उत्साहित आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि यह देश में ईमानदार राजनीति की शुरुआत है। दिल्ली की राजनीतिक परिस्थितियों के मद्देनजर केजरीवाल ने कहा कि वे न तो किसी को समर्थन देंगे और न ही किसी से समर्थन लेंगे। उन्होंने कहा कि देश की राजनीति भ्रष्टाचार, अपराध, धनबल और बाहुबल की गुलाम हो गई थी। लोगों का जीना मुश्किल हो गया था और लोगों ने तय किया कि वे सीधे चुनाव लड़ेंगे। ये चुनाव पहली बार सच्चाई और ईमानादारी के आधार पर लड़ा गया।केजरीवाल ने कहा कि इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा भ्रष्टाचार और महंगाई था। नतीजे दिखाते हैं कि जनता महंगाई, गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार से तंग आ गई है और भाजपा और कांग्रेस नहीं सुधरे तो जनता इन्हें उखाड़ फेंकेगी। इन्हें सुधरना पड़ेगा जनता अब खड़ी हो गई है। उन्होंने कहा कि हम लोग आम नागरिक हैं, सामान्य लोग हैं। आप देखें कि किन लोगों ने बड़े-बड़े दिग्गजों को हराया।
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उन्होंने कहा कि जिस दिन देश की आम जनता खड़ी हो जाती है, देश के बड़े-बड़े सिंहासन डोल जाते हैं। यह हमारी जीत न हीं है, यह देश के लोगों की जीत है। केजरीवाल ने कहा कि हमने ईमानदारी से राजनीति की। हमने अपने चंदे के एक-एक पैसे का हिसाब अपनी साइट पर डाला। एक आरोप लगने पर हमने एक कैंडीडेट का टिकट काट दिया। पहली बार साबित हुआ कि देश में ईमानदार और देशभक्त लोग भी चुनाव लड़ सकते हैं।
आप के संयोजक ने कहा कि अभी तक हम विरोध करते रहे हैं। मेरी चुने हुए लोगों से अपील है कि वे पूरी तन्मयता और तन, मन, धन से अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता की सेवा करें। मैं हर्षवर्धन और भाजपा को बधाई देना चाहता हूं, जिन्हें सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी शीला दीक्षित से व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है। यह मुद्दों और सिद्धांतों की लड़ाई है। ये भ्रष्टाचार और महंगाई के खिलाफ लड़ाई है। उन्होंने कहा कि यह ईमानदारी की राजनीति अब पूरे देश में फैलेगी। केजरीवाल ने कहा कि इस यात्रा में यदि जाने-अनजाने में हमसे कोई गलती हुई हो तो मैं माफी मांगता हूं।