नई दिल्ली। मुसलमानों की अच्छी-खासी आबादी वाले क्षेत्र और 1993 से कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले बल्लीमारान में इस बार चुनाव में बिजली मंत्री हारुन यूसुफ के लिए राह आसान नहीं हैं जिन्होंने लगातार चौथी बार जीत दर्ज की है।
इस बार यूसुफ को पिछले वादे को पूरा नहीं करने और इस क्षेत्र में आधारभूत संरचना के विकास की शिकायतों का सामना करना पड़ रहा है। उर्दू शायरी के प्रणेता मिर्जा गालिब का घर रहे दिल्ली की सबसे पुरानी कॉलोनियों में शामिल बल्लीमारान अब थोक बाजार के रूप में बदल चुका है, जहां सड़कों पर गाड़ियों का शोर रहता है।
इस क्षेत्र में प्रमुख समस्याओं में सड़कों के ऊपर लटकते बिजली के तार, पार्किंग के लिए स्थान का अभाव, इमारतों की खस्ता हालत प्रमुख हैं। सड़कों की स्थिति ठीक है लेकिन समस्या यह है कि आधारभूत संरचना में बदलाव नहीं आया है। इलाकों के लोगों के एक वर्ग का कहना है कि यूसुफ उपलब्ध नहीं होते जिससे समस्याओं को पहुंचाना कठित होता है।
स्थानीय निवासी हाजी इस्माइल ने कहा कि वे राउज एवेन्यू स्थित बंगले में रहते हैं और विरले ही क्षेत्र का दौरा किया है। इस क्षेत्र में पेयजल की समस्या प्रमुख है। चुनाव नजदीक आने पर बोरवेल खोदे जा रहे हैं लेकिन ये अभी अधूरे हैं। (भाषा)