शीला दीक्षित को अच्छे चुनाव परिणामों की उम्मीद
नई दिल्ली , गुरुवार, 5 दिसंबर 2013 (00:38 IST)
नई दिल्ली। अपने राजनीतिक कैरियर की सबसे मुश्किल लड़ाई लड़ रही और तीन बार से दिल्ली के मुख्यमंत्री पद पर आसीन शीला दीक्षित ने कहा कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव में अच्छे परिणामों की उम्मीद कर रही हैं लेकिन साथ ही उन्होंने इस बात से इनकार किया कि मतदान का उच्च प्रतिशत कांग्रेस के लिए संभावित हार का संकेत हो सकता है।एग्जिट पोल में कांग्रेस की हार की भविष्यवाणी के बारे में पूछे जाने पर शीला दीक्षित ने कहा कि यह अच्छी बात है कि लोगों ने बड़ी संख्या में मतदान में हिस्सा लिया। लेकिन मैं परिणामों के बारे में कुछ नहीं कह सकती । मैं नतीजे बताने वाली कोई ज्योतिषी नहीं हूं। देखते हैं आठ दिसंबर को क्या होता है। 75
वर्षीय शीला दीक्षित ने मतदान के बाद कहा कि कांग्रेस को हर कोई कम करके दिखाता है। यह हमेशा होता है। मैं अपने आकलन के बारे में बात नहीं करूंगी। टीवी चैनलों के एग्जिट पोल के अनुसार, दिल्ली में त्रिशंकु विधानसभा में भाजपा का पलड़ा भारी रहेगा। द टाइम्स नाउ सी वोटर के सर्वे में त्रिशंकु भविष्यवाणी की घोषणा की गई है जिसमें भाजपा को 29, कांग्रेस को 21 और आप को 16 पार्टी मिलने की संभावना जताई गई है। इससे पूर्व दिन में दीक्षित ने कहा मैं दुआएं कर रही हूं। उन्होंने अपने आवास पर पहुंचे फोटो पत्रकारों के सामने विजय चिन्ह भी बनाने से इनकार कर दिया। जब शीला दीक्षित से पूछा गया कि क्या अधिक मतदान कांग्रेस की हार का संकेत तो नहीं तो उन्होंने इस तरह की अटकलों को खारिज किया और अधिक मतदान प्रतिशत का स्वागत किया। तमाम एक्जिट पोल के नतीजों में कांग्रेस की हार के पूर्वानुमानों पर शीला ने कहा, अच्छी बात है कि लोगों ने बड़ी संख्या में मतदान में हिस्सा लिया। लेकिन मैं नतीजों के बारे में कुछ नहीं कह सकती। मैं ज्योतिषी नहीं हूं जो परिणाम की भविष्यवाणी करं। देखते हैं कि 8 दिसंबर को क्या होता है। हर्षवर्धन ने 15 साल के अंतराल के बाद भाजपा के सत्ता में आने का विश्वास जताया और दावा किया कि उनकी पार्टी ने कांग्रेस और आप को काफी पीछे छोड़ दिया है।शीला दीक्षित के खिलाफ किस्मत आजमाने वाले 45 वर्षीय केजरीवाल ने कहा, दिल्ली की जनता जीतेगी और चुनाव में भ्रष्टाचार को हराएगी।’ नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत करीब 70 रहा। पिछले विधानसभा चुनाव में दिल्ली में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बसपा ने 69 सीटों पर किस्मत आजमाई है। (भाषा)