नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने हिंसा प्रभावित उत्तर पूर्वी दिल्ली एवं पूर्वी दिल्ली के इलाकों में 28 फरवरी और 29 फरवरी को होने वाली परीक्षाएं टाल दी हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
संशोधित नागरिकता कानून को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के चलते CBSE ने इस सप्ताह तीसरी बार परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की है। हिंसा में अब तक 34 लोगों की मौत हुई है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
CBSE के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘दिल्ली सरकार से मिले अनुरोध को देखते हुए और छात्रों, कर्मियों एवं अभिभावकों को असुविधा से बचाने के लिए उत्तर पूर्वी दिल्ली तथा अन्य प्रभावित इलाकों में 28 फरवरी और 29 फरवरी को होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। प्रभावित छात्रों के लिए परीक्षा की अगली तिथि जल्द अधिसूचित की जाएगी।’
उन्होंने कहा, ‘समूची दिल्ली के सभी केंद्रों पर सारी परीक्षाएं दो मार्च से तय कार्यक्रम के तहत ही होंगी।’ बोर्ड ने यह भी घोषणा की कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के चलते राष्ट्रीय राजधानी के अन्य हिस्सों में परीक्षा नहीं दे पाए छात्रों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित करेगा। उसने शहर में मौजूदा स्थिति के कारण परीक्षा नहीं दे पाए छात्रों की विस्तृत जानकारी मांगी है।
उन्होंने कहा, ‘बोर्ड ने स्कूल के प्रधानाचार्यों से 10वीं और 12वीं के ऐसे सभी छात्रों की जानकारी CBSE के संबंधित क्षेत्रीय कार्यालयों को भेजने को कहा है, जो दिल्ली में खराब हालत के चलते अब तक परीक्षा में नहीं बैठ पाए हैं। छात्रों का तनाव कम करने के लिए बोर्ड इन छात्रों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित करेगा। प्रभावित छात्रों के लिए परीक्षा की अगली तिथि जल्द अधिसूचित की जाएगी।’
त्रिपाठी ने कहा, बोर्ड सभी स्कूलों विशेषकर प्रभावित क्षेत्रों के स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ संपर्क में है और उसे पता चला है कि मौजूदा स्थिति के कारण प्रभावित इलाकों में रहने वाले कुछ छात्र क्षेत्र से बाहर के इलाकों में आयोजित परीक्षाओं में नहीं बैठ पा रहे हैं।
सनद रहे कि उन्मादी भीड़ ने घरों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पंप में आग लगा दी और स्थानीय लोगों एवं पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। दंगा प्रभावित मुख्य इलाकों में जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, चांदबाग और शिव विहार शामिल हैं।