कुंडलिनी का नाम बहुत सुना है और अब तो बहुत से लोग कहने लगे हैं कि मेरी कुंडलिनी जाग्रत है, लेकिन क्या यह सच है? यह सवाल उन्हें खुद से करना चाहिए। सच मानों तो कुंडलिनी जिसकी भी जाग्रत हो जाती है उसका संसार में रहना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि यह सामान्य घटना नहीं है।