हर व्यक्ति जीवन में उन्नति चाहता है। सफलता और प्रतिष्ठा चाहता है लेकिन समस्त प्रतिभा के बावजूद कई बार वह मुकाम हासिल नहीं हो पाता है जिसका व्यक्ति हकदार है। ऐसे ही लोगों के लिए प्रस्तुत है आसन सा उपाय जिसे धन तेरस से आरंभ किया जाए तो सफलता के दरवाजे खुलते चले जाते हैं।
सामग्रीः दक्षिणावर्ती शंख, केसर, गंगाजल का पात्र, धूप अगरबत्ती, दीपक, लाल वस्त्र।
विधिः अपने सामने धन्वंतरी व लक्ष्मी जी के फोटो रखें तथा उनके सामने लाल रंग का कपड़ा बिछाकर उस पर दक्षिणावर्ती शंख रख दें। उस पर केसर से स्वास्तिक बना लें तथा कुमकुम से तिलक कर दें। बाद में स्फटिक की माला से मंत्र की 7 मालाएं जपें। तीन दिन तक ऐसा करना चाहिए। इससे मंत्र-साधना सिद्ध हो जाती है। मंत्रजप पूरा होने के पश्चात् लाल वस्त्र में शंख को बांधकर घर में रख दें। कहा जाता है - जब तक वह शंख घर में रहेगा, तब तक घर में निरंतर उन्नति होती रहेगी।
मंत्रः :
ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं महालक्ष्मी धनदा लक्ष्मी कुबेराय मम गृह स्थिरो ह्रीं ॐ नमः।