Dhanteras कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। यह पांच दिन चलने वाले दीपावली उत्सव का पहला दिन होता है।
इस दिन सोने या चांदी के आभूषण खरीदने की परंपरा भी है। सोना भी लक्ष्मी और बृहस्पति का प्रतीक है इसलिए सोना खरीदें। कुछ लोग सोने या चांदी के सिक्के खरीदते हैं।इस दिन पुराने बर्तनों को बदलकर यथाशक्ति ताम्बे, पीतल, चांदी के गृह-उपयोगी नवीन बर्तन खरीदते हैं।
पीतल के बर्तन लक्ष्मी और बृहस्पति के प्रतीक हैं अत: इस दिन सोना नहीं खरीद पा रहे हैं तो पीतल के बर्तन जरूर खरीदें। अगर सोना-चांदी-तांबा-पीतल खरीदने का मन नहीं और क्रयशक्ति भी नहीं है तो जानते हैं इस दिन खरीदे जाने वाली सस्ती पीली वस्तुएं और खरीदे जाने का मुहूर्त।
1. हल्दी : धनतेरस के दिन खड़ी हल्दी, हल्दी की गांठ, पीसी हल्दी, कच्ची हल्दी अगर शुभ मुहूर्त में लेकर आते हैं तो वह भी उतना ही शभ फल देगी जितना सोना या चांदी खरीदने से मिलता है।
2. पीले फूल : धनतेरस के दिन पीले गेंदा के फूल, वासंती फूल या कोई भी पीले फूल घर लाने से शुभ फल मिलता है।
3. पीले परिधान : धनतेरस के दिन किसी भी तरह के पीले कपड़े, रुमाल, भगवान की पोशाक आदि खरीदने से भी शुभ फल मिलता है।
4. पीली मिठाई : धनतेरस के दिन पीले रंग की मिठाई घर में बनाने से भी शुभ फल मिलता है। केशरिया खीर, केसरिया भात या खोपरापाक आदि बाजार से लाने व घर में बनाने से शुभ फल मिलता है।
5. पीला आहार : सरसो, मक्का, चने की दाल, गुड़, पीले फल आदि धनतेरस के दिन लेकर आने से भी शुभ फल मिलेगा ।
6. अन्य वस्तुएं : इसके अलावा इस दिन दीपावली पूजन हेतु लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, खिलौने, खील-बताशे आदि भी खरीदे जाते हैं। इस दिन लक्ष्मी, गणेश, कुबेर, धन्वंतरि और यमराजजी की पूजा होती है। इस दिन ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं की पूजा भी होती है।
अत: कोई जरूरी नहीं कि धनतेरस के दिन महंगी वस्तुएं खरीदी जाए अपनी हैसियत के अनुसार भी सस्ती खरीदी की जा सकती है।