लक्ष्मी पूजा मुहूर्त- 17.10 से 20.48 तक प्रदोषकाल में
निशीथ काल- 22.25 से 23.14 तक
महानिशीथ काल- 23.14 से 00.02 तक
वृषभ लग्न- 17.44 से 19.42 तक रहेगा। इस लग्न में प्रदोषकाल का भी संलग्न है। इस समयावधि में महालक्ष्मीपूजन करना श्रेष्ठ रहेगा।
14 नवंबर, शनिवार को अमावस्या तिथि आरंभ- 14.18 से आरंभ होकर 15 नवंबर, रविवार को अमावस्या तिथि की समाप्ति। सुबह 10.36 पर समाप्त होगी।
चौघड़िया
दिवस : शु, रो, उ, चं, ला, अ, का
रात्रि : ला, उ, शु, अ, चं, रो, का, ला
प्रात: का अतिश्रेष्ठ महालक्ष्मीपूजन मुहूर्त
शनिवार, 14 नवंबर 2020 को अमावस्या का प्रवेश 14.18 से होगा। जो लोग अपने प्रतिष्ठानों में महालक्ष्मी पूजन प्रातः करते हैं, उनके लिए कुंभ लग्न दोपहर 12.59 से शुरू होकर 14.33 तक रहेगा। इसमें चंचल में समय 13.00 से 13.34 बजे तक फिर लाभ 13.34 से 14.33 बजे तक मिलता है। फर अमृत 14.57 से 16.20 बजे तक रहेगा।
शाम का अतिश्रेष्ठ महालक्ष्मी पूजन मुहूर्त
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त- 17.10 से 20.48 बजे तक प्रदोषकाल में
निशीथ काल- 22.25 से 23.14 बजे तक
महानिशीथ काल- 23.14 से 00.02 बजे तक
वृषभ लग्न- 17.44 से 19.42 बजे तक रहेगा। इस लग्न में प्रदोषकाल का भी संलग्न है। इस समयावधि में महालक्ष्मीपूजन करना श्रेष्ठ रहेगा।
lakshami pujan muhurat 2020