7 नवंबर, बुधवार 2018 को अमावस्या का प्रवेश सूर्योदय काल से रात्रि 9.31 पर समाप्त होगा। जो लोग अपने प्रतिष्ठानों में महालक्ष्मी पूजन प्रात: करते हैं, उनके लिए वृश्चिक लग्न प्रात: 7.25 बजे से शुरू होकर 9.35 बजे तक रहेगा। इसमें वृश्चिक लग्न सिंह नवांश 7.45 से 7.52 बजे तक रहेगा। वृश्चिक लग्न वृश्चिक नवांश 8.25 से 8.35 बजे तक रहेगा। इस समयावधि में लाभ व अमृत का चौघड़िया 5.50 से 9.11 बजे तक होने से महालक्ष्मी पूजन श्रेष्ठ है।
10.52 बजे से शुभ का चौघड़िया है, जो 12.32 बजे तक रहेगा। इसमें स्थिर लग्न का संयोग नहीं है। लक्ष्मी पूजन स्थिर लग्न व स्थिर नवांश में होती है व शुभ, लाभ व अमृत में ही करना चाहिए। लक्ष्मी चंचल है अत: चंचल के चौघड़िया में नहीं करना चाहिए। इसलिए जो शुभ मुहूर्त है, हम उसे ही दे रहे हैं।