Diwali: देव उठनी एकादशी के दिन देवता जागृत होते हैं और कार्तिक पूर्णिमा के दिन वे यमुना तट पर स्नान कर दिवाली मानाते हैं। इसीलिए इसे देव दिवाली कहते हैं। आओ जानते हैं कार्तिक पूर्णिमा अर्थात देव दिवाली पर किए जाने काले 10 महत्वपूर्ण कार्य।
1. नदी स्नान : कार्तिक मास में श्री हरि जल में ही निवास करते हैं। अमावस्या और पूर्णिमा के दिन गंगा और यमुना में स्नान करना अति उत्तम माना गया है। नदी में स्नान करना मुमकिन नहीं है तो घर में ही पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
2. दीपदान : दीपावली के दिन देवताओं को दीपक लगाना चाहिए और नदी, तालाब आदि जगहों पर दीपदान करने से सभी तरह के संकट समाप्त होते हैं और जातक कर्ज से भी मुक्ति पा जाता है।
3. दान का फल : इस दिन दाना करने का दस यज्ञों के समान फल होता है। इस दिन में दान का भी बहुत ही ज्यदा महत्व होता है। अपनी क्षमता अनुसार अन्न दान, वस्त्र दान और अन्य जो भी दान कर सकते हो वह करें।
4. दीपों से सजाएं घर को : अमावस्या और कार्तिक पूर्णिमा को घर के मुख्यद्वार पर आम के पत्तों से बनाया हुआ तोरण अवश्य बांधें और घर के चारों और दीपक जलाएं।
5. प्रदोष काल में पूजा : इस दिन देवी लक्ष्मी और विष्णु की प्रदोष काल में पूजा की जाती है और पूजा के बाद माता लक्ष्मी एवं लक्ष्मीनाराण की आरती करें।
6. पीपल की पूजा : इस दिन रात में पीपल के वृक्ष के नीचे दीप जलाकर उसकी पूजा जरूर करना चाहिए। मान्यता अनुसार इस दिन पीपल में माता लक्ष्मी का वास होता है।
7. कौड़ी की पूजा : दिवाली की रात जब देवी लक्ष्मी की पूजा करें तो उनकी पूजा में पीली कौड़ियां भी रख लें और पूजा के बाद इसे आप अपने तिजोरी में लाल कपड़े में बांध कर रख लें।
8. कमल अर्पित करें: किसी भी महालक्ष्मी मंदिर में जाकर देवी लक्ष्मी को कमल के 11 फूल अर्पित करें और मां लक्ष्मी की तस्वीर के आगे घी का नौ बत्तियों वाला दीपक जलाएं। इससे कर्ज से मुक्ति मिलने के साथ ही माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी।
9. गुलाब की सुगंध: यदि आपके घर के आसपास कहीं महालक्ष्मी का मंदिर हो तो वहां गुलाब की सुगंध वाली अगरबत्ती का दान करें। इससे देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी।
10. झाड़ू: दीपावली के दिन किसी भी मंदिर में झाड़ू का दान करें। इससे आपकी दरिद्रता दूर होगी और समृद्धि बढ़ेगी।