इसमें कोई शक नहीं कि बोर्ड की परीक्षा की तैयारी करने का मानसिक दबाव अपने आप में ही इतना ज्यादा दिमाग पर हावी होता जाता है कि संतुलित तरीके से सोचना और प्लान बनाना आसान नहीं रह जाता है। सबसे पहले तो तनाव से स्वयं को निकालना जरूरी हो जाता है।
इसके लिए सबसे अच्छा तरीका तो यही है कि अपना ध्यान पढ़ाई पर फोकस करें और इस तरह का टाइम टेबल बनाएँ कि आपको अपने आप यह विश्वास होता जाए कि आप सही समय पर कोर्स पूरा कर लेंगे और अच्छे अंक बटोर सकेंगे। हाँ, इसमें ईमानदारी से प्रयास सबसे पहली शर्त है।
इस तनाव का दबाव खत्म करने के साथ ही आपको अपनी अध्ययन की रणनीति पर भी जोर-शोर से काम करते रहना पड़ेगा। आइए बात करते हैं कि तैयारी की किस तरह की स्ट्रेटेजी कारगर सिद्ध हो सकती है बेहतरीन रिजल्ट लाने में। पढ़ने की जगह का चयन जगह ऐसी होनी चाहिए जहाँ आप सुकून और शांति अनुभव करें और बाहरी व्यवधान नहीं के बराबर हो। इससे ध्यान केंद्रित करने में ज्यादा मुश्किल नहीं होगी। कोशिश करें कि टी. वी. के आसपास या ऐसी जगह जहां लोगों का आना-जाना ज्यादा हो, का चयन पढ़ाई करने के लिए नहीं करें। महत्वपूर्ण अंशों को रेखांकित करना पढ़ते समय पुस्तक में ही महत्वपूर्ण अंशों को रेखांकित करते चलें। इससे दुबारा देखते समय पूरा चैप्टर पढ़ने की नौबत नहीं आएगी। साथ ही साथ एक तरफ अपने कॉमेंट्स भी लिखते जाएं तो और आसानी होगी बाद में। पढ़ाकू क्लासमेट के साथ ग्रुप स्टडी इसका सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि आपस में ये छात्र नोट्स, विचार और अपनी समस्याओं को मिल बांट सकते हैं तथा एक-दूसरे के ज्ञान का फायदा उठा सकते हैं। ध्यान रखें कि पढ़ाई से बैर रखने वाले छात्रों के साथ इस तरह का ग्रुप बनाने से नुकसान ज्यादा होता है। ट्रायल एग्जाम जरूर लेते रहें प्रत्येक टॉपिक की समाप्ति के बाद एग्जाम हॉल की भांति अपने ज्ञान का टैस्ट अवश्य करते रहें। इससे आप समझ सकेंगे की दिमाग में कितनी जानकारी संजो सके आप। इतना ही नहीं इसका सबसे बड़ा फायदा यह भी होगा कि मानसिक तौर पर आप परीक्षा के फोबिया से मुक्ति पा सकेंगे।