विजय दशमी (दशहरा) पूजन के शुभ और श्रेष्ठ मुहूर्त
वनवास के समय सीता जी के हरण के बाद श्री राम जी ने मां जगदंबा के नौ रूपों की आराधना की थी अर्थात नौ शक्तियों का आशीर्वाद प्राप्त कर रावण पर दशहरे पर विजय प्राप्त की थी, तभी से मां जगदंबा के नौ रूपों का पूजन होता है एवं दशहरे के दिन रावण का दहन किया जाता है।
दशहरे के दिन रावण के दहन के साथ-साथ हम दुकान, प्रतिष्ठा व वाहन का पूजन करते हैं। इस पूजन को अच्छे मुहूर्त में करें जानिए शुभ मुहूर्त:-
चौघड़िया अनुसार
* लाभ चौघड़िया- सुबह 07.53 से 09.19 तक।
* अमृत चौघड़िया- सुबह 09.19 से 10.45 तक।
* शुभ चौघड़िया- दोपहर 12.12 से 01.38 तक।
लग्नानुसार
* कन्या लग्न- प्रात: 04.56 से 07.03 तक।
* धनु लग्न- सुबह 11.33 से दोपहर 01. 38 तक।
* कुंभ लग्न- दोपहर 03.26 से शाम 05.00 तक।
* वृषभ लग्न- शाम 06.31 से रात 08.13 तक।