4 जून 2015 को जम्मू में जरनैलसिंह भिंडरावाले के पोस्टर को हटाने के लिए शुरू हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई। आमतौर पर शांत समझे जाने वाले जम्मू इलाके में हुई यह हिंसा निश्चित ही किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रही है। हालांकि बाद में इस बात के संकेत भी मिले कि इस हिंसा के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है और वह विदेशों में रह रहे खालिस्तान समर्थक उग्रवादी संगठनों को भी मदद दे रही है। (देखें विस्तार से इसी मुद्दे पर वेबवार्ता)