प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस बयान पर बवाल मचा हुआ है, जिसमें उन्होंने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की यह कहकर तारीफ की थी कि हसीना ने महिला होने के बावजूद आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई। मोदी की यह तारीफ नारीवादियों को रास नहीं आई और वे इसे महिला विरोध से जोड़कर देख रहे हैं। हालांकि इसका कोई औचित्य दिखाई नहीं देता। (देखें विस्तार से इसी मुद्दे पर वेबवार्ता)