ईद-उल-अजहा या बकरीद का त्योहार बुधवार, 21 जुलाई 2021 को मनाया जाएगा। ईद-उल-अजहा पैगंबर हजरत इब्राहीम अलेहिस्सलाम द्वारा अल्लाह के हुक्म पर अपने बेटे हजरत इस्माईल अलैय सलाम की कुर्बानी देने की यादगार है। इस्लाम धर्म में ईद-उल-जुहा पर कुर्बानी देने के कुछ नियम भी हैं, जिसका पालन करना हर मुसलमान के लिए जरूरी माना गया है। आइए जानें कुर्बानी के 5 खास नियम-
1. कुर्बानी सिर्फ हलाल पैसों से ही की जा सकती है, यानी जो पैसे जायज तरीके से कमाए गए हों।
2.- ईद-उल-जुहा के दिन कुर्बानी बकरे, भेड़, ऊंट और भैंस पर की जाती है।
3. कुर्बानी के समय जानवर को किसी भी तरह की चोट या बीमारी नहीं होनी चाहिए, वह बिल्कुल स्वस्थ होना चाहिए, क्योंकि इस्लाम धर्म में ऐसे जानवरों पर कुर्बानी जायज़ नहीं है।
4. कुर्बानी करते वक्त जानवर को किबला रुख लिटाकर दुआ पढ़ते हुए कुर्बानी करना चाहिए।
5. कुर्बानी के गोश्त के 3 बराबर हिस्से करना चाहिए, जिनमें से 1 अपने घर के लिए, 2 रिश्तेदारों व दोस्तों के लिए और 3 गरीबों के लिए होना चाहिए।