Parama Ekadashi : अधिक मास/पुरुषोत्तम महीने के देवता भगवान विष्णु हैं। अत: इस पवित्र महीने में व्रत-उपवास, पूजा-पाठ, दान-धर्म जैसे शुभ कार्य करने से परिवार के सभी सदस्यों पर भगवान श्रीहरि नारायण की कृपा होती है। इस बार 12 अगस्त, शनिवार को द्वितीय श्रावण अधिक मास की परमा एकादशी मनाई जाएगी।
परमा एकादशी के संबंध में माना जाता है कि इस दिन भगवान श्री विष्णु की पूजा करना सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। वैसे तो अधिक मास में सभी शुभ कार्यों वर्जित हैं, लेकिन सत्यनारायण भगवान की पूजा सबसे शुभ फलदायी मानी गई है। इस व्रत से लक्ष्मी, पुत्र, पौत्र, सुख और अपार समृद्धि, पुण्य और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
आइए यहां जानते हैं कैसे करें परमा एकादशी पर व्रत और पूजन-
कैसे करें व्रत-पूजन :
- दशमी तिथि से एकादशी व्रत के दिन लाल मसूर दाल, चना, शहद, शाक और लहसुन, प्याज का सेवन न करें।
- अधिक मास की परमा एकादशी व्रत के लिए दशमी तिथि के दिन से व्रत का आरंभ करके सादा भोजन लें, नमक न खाएं।
- भूमि पर सोएं।
- ब्रह्मचर्य व्रत रखें।
- एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में शौचादि से निवृत्त होकर दंतधावन करके 12 कुल्ले सादे पानी से करके शुद्ध हो जाएं।
- सूर्य उदय होने के पूर्व स्नान करके श्वेत स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- भगवान श्री विष्णु के मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करें।
- एकादशी की व्रत कथा पढ़ें।
- आरती करें।
- श्री विष्णु के मंत्रों का जाप करें।
- ईश्वर स्मरण करते हुए दिन व्यतीत करें।
- पारण वाले दिन किसी दूसरे के घर का भोजन ग्रहण न करें।
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