देवउठनी एकादशी, शालिग्राम व तुलसी विवाह का मंगल अवसर है। इस शुभ घड़ी में शाम के वक्त माता लक्ष्मी के स्वरूप का ध्यान कर विशेष तुलसी मंत्र बोलने से धन की हर तरह की समस्या का अंत होता है।
यह मंत्र लक्ष्मी की मूर्ति या तुलसी के पौधे की पंचोपचार पूजा यानी, लाल चंदन, अक्षत, लाल फूल,
मिश्री या दूध से बनी मिठाई का भोग लगाकर चंदन अगरबत्ती व गाय के घी का दीप जलाकर करना चाहिए। तुलसी ध्यान मंत्र ऐश्वर्य और समृद्धिदायक होता है।
तुलसी ध्यान मंत्र -
तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।
लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।
तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।
- मंत्र स्मरण के बाद देवी तुलसी या लक्ष्मी की आरती कर वैभवशाली व निरोगी जीवन की कामना करें।