विजया एकादशी 26 या 27 फरवरी को, कब व्रत रखना होगा उचित, पढ़ें खास जानकारी
रविवार को जब भी 2 तिथियां होती हैं तो हम भ्रमित हो जाते हैं, विशेषकर गृहस्थ जीवन वाले जातक व्रत को लेकर भ्रमित रहते हैं कि कब करें। जब भी 2 तिथियां हों, प्रथम तिथि उस दिन संन्यासी, विधवा, वनाश्रम वाले व्यक्ति और दूसरे दिन गृहस्थ जीवन वाले, वैष्णव संपदा वाले व्यक्ति को व्रत करना चाहिए।
अर्थात् यति तिथि सूर्य उदय के बाद प्रारंभ हुई है तो वह मान्य नहीं। सूर्य उदय के समय यदि व्रत जैसे एकादशी, पूर्णिमा व्रत करने के लिए हमेशा ध्यान रखें कि व्रत उदया तिथि के दिन ही करें। इस बार विजया एकादशी 27 फरवरी 2022, रविवार (Vijaya Ekadashi 2022) को ही है।
'निर्णय सिंधु' के अनुसार यदि एकादशी तिथि दशमी के साथ भी हो एवं द्वादशी के साथ भी हो तो द्वादशी के साथ एकादशी करना शास्त्रसम्मत है। 26 फरवरी 2022, शनिवार को दशमी तिथि प्रात: 10.42 तक है तत्पश्चात एकादशी तिथि (Ekadashi 2022) रहेगी।
शास्त्रानुसार जिस तिथि को सूर्य का दर्शन न हो, वह तिथि क्षय कहलाती है अत: 26 फरवरी को एकादशी तिथि का क्षय है, परंतु 27 फरवरी 2022, रविवार को एकादशी तिथि प्रात: 8.32 बजे तक रहेगी अर्थात 27 फरवरी को सूर्योदय के समय एकादशी तिथि ही रहेगी।
द्वादशी तिथि के साथ एकादशी होने के कारण व्रत की एकादशी 27 फरवरी 2022, रविवार को ही करना शास्त्रसम्मत है।
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