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Candidate Name निशिथ प्रमाणिक
State West Bengal
Party Bhartiya Janata Party
Constituency Coochbehar
Candidate Current Position MP

Nisith Pramanik biography in hindi  : निशिथ प्रमाणिक को पश्चिम बंगाल की कूच बिहार सीट से लोकसभा चुनाव 2024 में उतारा गया है। प्रमाणिक 35 साल की उम्र में मोदी कैबिनेट में युवा मामलों और खेल मंत्रालय के राज्यमंत्री बने। निशिथ ने स्कूल टीचर से केन्द्रीय मंत्री तक का सफर तय किया। प्रमाणिक के खिलाफ 14 आपराधिक मामले लंबित हैं। 
 
राजनीतिक करियर : निशिथ प्रमाणिक की मां चंदा प्रमाणिक तृणमूल कांग्रेस में थीं और प्रधान रह चुकी थीं। निशिथ बड़े हुए उनका भी सियासी झुकाव तृणमूल की तरफ था। 3 दशक से पश्चिम बंगाल में राज कर रही वामपंथी सरकार को 2011 में हराकर तृणमूल सत्ता में आई। 
 
2011 अपने 'तृणमूल युवा' संगठन का गठन किया। इसके नेता बने ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, तभी निशिथ भी तृणमूल युवा में शामिल हुए और 2013 के पंचायत चुनाव में अपने गांव भेटागुड़ी से उप-प्रधान चुने गए। तृणमूल में निशिथ का कद बढ़ता गया। तृणूमल में युवाओं को ज़्यादा मौका देने की लड़ाई निशिथ ने शुरू की।
 
टीएमसी ने पार्टी से निकाला : वे अभिषेक बनर्जी के खास बन गए। प्रमाणिक ने 2016 में उपचुनाव में भी कूच बिहार से जीत दर्ज की थी। 2018 में पंचायत चुनावों के दौरान कूच बिहार जिले में टीएमसी द्वारा नामांकित उम्मीदवारों के खिलाफ कई निर्दलीय उम्मीदवारों को खड़ा करने के आरोप में प्रमाणिक को टीएमसी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। 2019 में प्रमाणिक भाजपा में शामिल हो गए। प्रमाणिक ने भाजपा के टिकट पर 2019 के चुनाव में कूच बिहार सीट से जीत हासिल की। इससे पहले यह सीट टीएमसी के पास थी। 
 
जन्म और शिक्षा : निशिथ प्रमाणिक का जन्म 17 जनवरी 1986 को बिधू भूषण प्रमाणिक और छंदा प्रमाणिक के घर पश्चिम बंगाल राज्य के कूच बिहार जिले के दिनहाटा में हुआ। निशिथ के पास BCA में स्नातक की डिग्री है। उन्होंने प्राथमिक विद्यालय में सहायक शिक्षक के रूप में भी काम किया। निशिथ ने प्रियंका प्रमाणिक प्रेम विवाह किया है। 
 
बांग्लादेशी होने का आरोप : कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रिपुन बोरा ने जुलाई 2021 में प्रमाणिक पर बांग्लादेशी नागरिक होने का आरोप लगाया था। उनकी राष्ट्रीयता की जांच करने के लिए एक पत्र लिखने के बाद, इस मामले ने देश में राजनीतिक बहस छेड़ दी थी। मल्लिकार्जुन खरगे ने भी उनकी नागरिकता पर सवाल उठाया था। राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने भी विकिपीडिया का हवाला देते हुए उन पर बांग्लादेशी होने का आरोप लगाया।