बोलपुर (पश्चिम बंगाल)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के एक-दो दिन में मुलाकात करने की संभावना है।
अमित शाह का बयान ऐसे समय में आया है जब किसान नेता आंदोलन को तेज करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रविवार को कहा कि जब तक बिल वापिस नहीं होगा, MSP पर कानून नहीं बनेगा तब तक किसान यहां से नहीं जाएंगे। 23 तारीख को किसान दिवस के मौके पर किसान आपसे कह रहे हैं कि एक समय का भोजन ग्रहण न करें और किसान आंदोलन को याद करें।
क्रमिक भूख हड़ताल का ऐलान : स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेन्द्र यादव ने कहा- केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ सभी विरोध प्रदर्शन स्थलों पर किसान सोमवार को एक दिवसीय क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे। किसान नेता जगजीत सिंह दलेवाला ने कहा कि किसान हरियाणा में राजमार्गों पर 25 दिसंबर से 27 दिसम्बर तक टोल वसूली को रोकेंगे।
किसानों ने सभी से अपील की है कि वे 27 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम के दौरान अपने-अपने घरों में थाली बजाएं। उल्लेखनीय है कि गतिरोध दूर करने के लिए केंद्र और आंदोलनरत किसानों के प्रतिनिधियों बीच कई दौर की वार्ता नाकाम रही है।
शाह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मैं समय के बारे में पूरी तरह से अवगत नहीं हूं, लेकिन किसानों के प्रतिनिधियों से उनकी मांगों पर चर्चा के लिए तोमर के कल (सोमवार) या परसों (मंगलवार) मुलाकात करने की संभावना है। (भाषा)