नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों के खिलाफ 27 सितंबर को बंद का आव्हान किया है। बंद का असर देश के कई राज्यों में दिख रहा है। दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर (Delhi Gurugram Border Massive Traffic Jam) पर भारी जाम लग गया। कारों का रेला इतना लंबा था कि सैकड़ों मीटर तक सिर्फ कारें ही कारें दिखाई पड़ रही थीं। दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर ट्रैफिक को लेकर अलर्ट किया है।
देश के विभिन्न हिस्सों, विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के किसान पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी केंद्र के तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। किसानों को भय है कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रणाली खत्म हो जाएगी, हालांकि सरकार इन कानूनों को प्रमुख कृषि सुधारों के रूप में पेश कर रही है। दोनों पक्षों के बीच 10 दौर से अधिक की बातचीत हो चुकी है,लेकिन इनका कोई नतीजा नहीं निकला है।
खुली दिखी दुकानें : 'भारत बंद' के बावजूद दिल्ली में ऑटो-रिक्शा तथा टैक्सी सामान्य रूप से सड़कों पर चलती नजर आईं और अधिकतर दुकानें भी खुली दिखीं। उनकी यूनियन तथा संघों ने किसानों के बंद को केवल 'सैद्धांतिक समर्थन' देते हुए हड़ताल ना करने का फैसला किया है। ऑटो, टैक्सी यूनियन और व्यापारी संघों का कहना है कि कोविड-19 वैश्विक महामारी और लॉकडाउन के कारण उनकी आजीविका पहले ही बुरी तरह प्रभावित हुई है, इसलिए वे किसी भी हड़ताल में शामिल नहीं हो रहे हैं।
दिल्ली ऑटो टैक्सी यूनियन के महासचिव राजेंद्र सोनी ने कहा कि पहले भी हमने किसानों द्वारा भारत बंद का समर्थन किया था, लेकिन अपने ऑटो और टैक्सी को चलाना जारी रखा था। इस बार भी हम किसानों का समर्थन कर रहे हैं लेकिन हड़ताल नहीं कर हैं क्योंकि वैश्विक महामारी के समय कम हुई कमाई के कारण हमारे सदस्य काफी संकट में हैं। 'कैब संघों' का प्रतिनिधित्व करने वाले दिल्ली के 'सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन' ने भी किसानों का समर्थन किया, लेकिन हड़ताल में शामिल नहीं हुए।
एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलजीत गिल ने कहा कि हम किसानों के समर्थन में हैं, लेकिन वैश्विक महामारी के कारण हमारा काम प्रभावित हुआ है और हम उनके समर्थन में हड़ताल करके खुद नुकसान नहीं उठा सकते।' अन्य ऑटो तथा टैक्सी यूनियन की भी यही राय है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र ऑटो चालक संघ के सचिव अनुज राठौड़ ने कहा कि हम किसानों का पूरा समर्थन करते हैं। लेकिन कोविड-19 के कारण जो वित्तीय संकट हमने उठाया है, उसे देखते हुए....हम सामान्य रूप से काम करते हुए उन्हें और उनकी मांग को अपना नैतिक एवं सैद्धांतिक समर्थन दे रहे हैं।
'चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री' (सीटीआई) के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने कहा कि शहर में बाजार और दुकानें खुली हैं क्योंकि किसानों ने हड़ताल के लिए हमारे संघ से कोई सम्पर्क नहीं किया। उन्होंने कहा कि साथ ही, त्योहारों के नजदीक होने के चलते यह व्यापारियों का वैश्विक महामारी और लॉकडाउन के कारण हुए नुकसान से उबरने का समय है। हालांकि हम किसानों का पूरा समर्थन करते हैं और सरकार से उनकी मांग पूरी करने की अपील करते हैं।'
उन्होंने कहा कि व्यापारी, किसानों और उनकी मांगों का समर्थन करते हैं लेकिन वे दुकानें बंद करने की स्थिति में नहीं हैं, क्योंकि वे अपने व्यापार एवं व्यवसायों पर वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभाव के कारण पहले से ही संकट में हैं।
दिल्ली पुलिस ने जारी की एडवायजरी : भारत बंद को देखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने लालकिले के आसपास ट्रैफिक मूवमेंट बंद कर दिया है। ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि छत्ता रेल और सुभाष मार्ग दोनों तरफ के कैरिजवे को बंद कर दिया गया है। ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 24 व एनएच 9. पर विरोध प्रदर्शन के कारण डायवर्जन जारी रखा जा रहा है। ऐसे में सराय काले खां से आने वाले यात्री/मोटर चालक गाजियाबाद के लिए वैकल्पिक मार्ग से जाएं। गाजियाबाद के लिए विकास मार्ग और नोएडा के लिए डीएनडी का प्रयोग करें।
बंद से आमजन परेशान : लालकिले एवं इंडिया गेट के आसपास के गुजरने वाले राहगीरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली के लाल किला के पास में अक्सर गुजरने वाले मॉडल टाउन निवासी अशोक कुमार और दिलीप सिंह समेत कई कई लोगों ने बताया कि सड़क मार्ग अवरुद्ध किए जाने के बारे में पहले कोई सूचना नहीं दी गई थी। यातायात पुलिस को इस बारे में पहले सूचना देनी चाहिए थी।
नयी दिल्ली के अलावा बाहरी दिल्ली, पूर्वी तथा उत्तर -पूर्वी जिलो मैं भी अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती के साथ यातायात पर विशेष निगरानी की जा रही है। किसानों के धरना स्थल - सिंधु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर समेत हरियाणा और उत्तर प्रदेश से दिल्ली में प्रवेश के सभी मार्गों पर पुलिस अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं।
दिल्ली पुलिस के अलावा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवान सुरक्षा में तैनात किए गए हैं। किसान आंदोलन को लगभग सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के समर्थन दिए जाने के मद्देनजर पुलिस राजधानी में विशेष सतर्कता बरत रही है। राष्ट्रीय राजधानी में जीटी रोड, रोहतक रोड, अक्षरधाम, नोएडा लिंक रोड, डीएनडी फ्लाईओवर, गाज़ीपुर रोड, वजीराबाद रोड समेत कई प्रमुख सड़कों पर पुलिस विशेष निगरानी कर रही है। बड़ी संख्या में सादी वर्दी में पुलिस बलों की तैनाती जगह-जगह की गई है।