लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मेरठ को 325 करोड़ की योजनाओं की सौगात देने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं जो किसानों की तरक्की नहीं देख सकते हैं और उनकी तरक्की से बहुत परेशान हैं।
सभी के मन में सिर्फ एक ही सवाल है कि किसान विकास क्यों कर रहा है? उनके पास पैसे कैसे आ रहे हैं ये वही लोग हैं जो किसान को भ्रमित करके आंदोलन करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान भाइयों के कंधे पर बंदूक रखकर भारत की एकता और अखंडता को चुनौती दी जा रही है।
देश की सुरक्षा में सैंध लगाने का कार्य किया जा रहा है, यह कतई स्वीकार्य नहीं होगा। समाधान संवाद से होगा, संघर्ष से नहीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसान अन्नदाता है। अपनी फसल और उपज का मालिक भी है। वही तय करेगा कि उसे अपनी फसल को कहां बेचना है। उस पर कोई टैक्स न मंडी के अंदर न बाहर कहीं नहीं लगना चाहिए और प्रधानमंत्री ने यही कहा है।
आजादी के बाद हमारे पश्चिमी उत्तरप्रदेश के किसानों ने अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से खाद्यान्न आपूर्ति को सुनिश्चित करते हुए भारत को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। मैं इसके लिए अपने अन्नदाता किसान भाइयों का हृदय से अभिनंदन करता हूं।
हम जानते हैं कि यहां का किसान मेहनत भी करता है, साथ ही एकता और अखंडता के लिए जब भी आह्वान होता है तो समर्पित भाव से आगे आकर योगदान देता है। उन्होंने कहा कि खेती-किसानी के बाद जो समय बचता है, वह समय यहां का किसान अपनी आस्था को व्यक्त करने में व्यतीत करता है।
सावन के महीने में कांवड़ यात्रा में यहां के किसानों को झूमते देखकर स्वयं मुझे भी आनंद की अनुभूति होती है और उस समय मैं अपने आप को रोक नहीं पाता हूं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पश्चिमी उप्र के किसानों, युवाओं, बहन-बेटियों, माताओं, विद्वानों और समाज के हर तबके के लोगों ने देश के विकास में अपना योगदान दिया है, उसके प्रति शासन कृतज्ञतापूर्वक अपना कार्य कर सकें, केंद्र और राज्य सरकार इसी भाव के साथ कार्य कर रही हैं।
मैं आप सबको इस बात के लिए आश्वस्त करता हूं कि पश्चिमी उत्तरप्रदेश के विकास में किसी भी प्रकार की कोई कोताही नहीं आने दी जाएगी। साथ ही यहां कि बहन-बेटियों की सुरक्षा के साथ भी किसी को खिलवाड़ नहीं करने देंगे। इस दौरान मंच पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देवसिंह, केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह व कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही भी मौजूद रहे।