नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह द्वारा लाल किले में अपने संगठन का झंडा फहराने को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए मंगलवार को कहा कि उन्होंने शुरुआत से ही किसान आंदोलन का समर्थन किया था, लेकिन इस 'अराजकता' को वे स्वीकार नहीं कर सकते।
उन्होंने किसानों के एक समूह की ओर से लाल किले पर अपने झंडे फहराने का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि अतिदुर्भाग्यपूर्ण। मैंने शुरुआत से ही किसानों के प्रदर्शन का समर्थन किया, लेकिन अराजकता को स्वीकार नहीं कर सकता। लोकसभा सदस्य ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर कोई दूसरा ध्वज नहीं, बल्कि सिर्फ पवित्र तिरंगा लाल किले पर फहरना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि ट्रैक्टर परेड के लिए निर्धारित मार्ग से हटकर प्रदर्शनकारी किसानों का एक समूह मंगलवार को लाल किले में घुस गया और राष्ट्रीय राजधानी स्थित इस ऐतिहासिक स्मारक के कुछ गुंबदों पर अपने संगठनों के झंडे लगा दिए। (भाषा)