लंदन। इंग्लैंड के लिए 1966 फुटबॉल विश्व कप के फाइनल में हैट्रिक लगाने वाले खिलाड़ी जेफ हर्स्ट ने कहा कि गेराथ साउथगेट की टीम रूस में अल्फ रामसे (1966 में इंग्लैंड के मैनेजर) के कारनामे को फिर से दोहरा सकती है। वेस्ट जर्मनी के खिलाफ फाइनल में हैट्रिक लगाने वाले 76 साल के हर्स्ट ने 'सन' अखबार से कहा कि साउथगेट ने टीम में एकजुटता की भावना पैदा की हैं।
इंग्लैंड की टीम को फाइनल में पहुंचने के लिए बुधवार को मॉस्को के लुजनिकी स्टेडियम में खेले जाने वाले सेमीफाइनल में क्रोएशिया को हराना होगा। इस मैच के विजेता का खिताब के लिए मुकाबला बेल्जियम और फ्रांस के मैच के विजेता से होगा।
हर्स्ट ने कहा कि सर अल्फ (रामसे) की तरह वे (साउथगेट) भी टीम के खिलाड़ियों के साथ खड़े रहते हैं। दोनों टीमों में एक बड़ा अंतर यह है कि हमारी टीम में गॉर्डन बैंक, बॉबी मूर, बॉबी चार्लटन और जिमी ग्रीव्स जैसे 4 विश्वस्तरीय खिलाड़ी थे।
हर्स्ट ने कहा कि इस टीम में वैसे खिलाड़ी नहीं हैं। शायद ऐसा इसलिए, क्योंकि इस टीम के खिलाड़ी युवा हैं और इनका पूरा करियर बचा हुआ है। रामसे ने उस समय जबरदस्त टीम भावना जगाई थी। टीम में गजब की एकजुटता थी। साउथगेट भी ऐसा ही काम कर रहे हैं। (भाषा)