सेंट पीटर्सबर्ग। आखिरी मिनटों में मोरक्को के अजीज बोहादोज के आत्मघाती गोल की बदौलत ईरान ने फीफा विश्व कप के पहले मैच में शुक्रवार को 1-0 से जीत दर्ज की तो खिलाड़ियों के जश्न को देखकर लगा मानो उन्होंने विश्व कप जीत लिया हो। ईरान को विश्व कप में 20 सालों के बाद जीत मिली है।
गोलरहित ड्रॉ की ओर बढ़ता दिख रहा यह मैच नाटकीय ढंग से खत्म हुआ, जब बोहादोज ने इंजुरी टाइम में गलती कर डाली, जो मोरक्को पर भारी पड़ गई। ग्रुप 'बी' में स्पेन और पुर्तगाल जैसी मजबूत टीमें भी हैं। बोहादोज गोल के पास ईरानी स्ट्राइकर का शॉट बचाने के लिए दौड़े थे लेकिन उनका हेडर अपने गोल के भीतर ही चला गया। गोल होते ही ईरान के खिलाड़ी खुशी से झूम उठे, मानो विश्व कप ही जीत लिया हो।
पहले हॉफ में मोरक्को का प्रदर्शन शानदार रहा और ईरान को मौके नहीं मिले। हाकिम जियाच, अयूब अल काबी और मेहदी बेनातिया गोल नहीं कर सके। ईरान ने वही लय दिखाई, जो 4 साल पहले अर्जेंटीना के खिलाफ नजर आई थी लेकिन अर्जेंटीना के पास लियोनेल मैसी थे।
ईरान की विश्व कप की तैयारियां आसान नहीं थीं। नाइके ने 4 दिन पहले ही खिलाड़ियों को जूतों की आपूर्ति रोक दी थी। यूनान और कोसोवो के खिलाफ उसके दोस्ताना मैच रद्द हो गए थे। 20 साल बाद विश्व कप खेल रही मोरक्को की टीम क्वालीफायर में ईरान की तरह अपराजेय रही थी। मोरक्को ने शुरुआत अच्छी की थी लेकिन लय कायम नहीं रख सके। (भाषा)