14 जून से रूस में आयोजित होने वाले फीफा विश्व कप का 21वां संस्करण बहुत ही रोमांचक होने वाला है। प्रथम बार रूस में होने जा रहे इस आयोजन को लेकर फुटबॉल खिलाड़ियों के मन में बहुत सारे सवाल-जवाब खड़े हो रहे होंगे। 4 साल में एक बार होने वाले इस बड़े आयोजन को लेकर फुटबॉलप्रेमियों में भी यह खेल चर्चा का विषय बनता जा रहा है। रूस में होने वाले इस विश्व कप में भी कई जाने-माने खिलाड़ी अपना नया रिकॉर्ड बनाने के लिए मैदानों पर अपना पसीना बहाते दिखाई देंगे। इस फुटबॉल के महासंग्राम में आपको कई नए सितारों के साथ-साथ कुछ ऐसे दिग्गज सितारों को भी देखने का मौका मिलेगा जिनका यह महासंग्राम आखिरी हो सकता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही दिग्गज खिलाड़ियों के बारे में...
सैमुएल इटो : कैमरून के 37 वर्षीय स्ट्राइकर फुटबॉलर इटो 4 बार 'अफ्रीकन प्लेयर ऑफ द ईयर' से सम्मानित किए जा चुके हैं। इटो ने सन् 1997 में अपने देश के लिए खेलना शुरू किया और अब तक 118 मैच खेलते हुए वे 56 गोल दाग चुके हैं। हालांकि यह दिग्गज फुटबॉलर 4 विश्व कप (1998, 2002, 2010, 2014) खेल चुका है लेकिन देश के लिए सिर्फ 3 ही गोल ही कर सका है। रूस में होने वाला विश्व कप इनका 5वां विश्व कप है, जहां इटो अपने अनुभव का फायदा अपनी टीम को देने की कोशिश करेंगे।
पेपे : 35 वर्षीय पुर्तगाली खिलाड़ी पेपे का पूरा नाम 'केप्लर लावरन लीमा फेरेरा' है। इनकी घरेलू टीम पुर्तगाल राष्ट्रीय फुटबॉल टीम है। पेपे 2010 और 2014 का विश्व कप खेल चुके हैं लेकिन वे अपने इस आखिरी विश्व कप को यादगार बनाने के लिए पूरा प्रयास करेंगे। पेपे ने सन् 2007 में अपने देश के लिए खेलना शुरू किया और अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए वे 91 मैचों में 5 गोल दाग चुके हैं। डिफेंस के लिए पेपे का नाम पहले लिया जाता है। वे एक अच्छे डिफेंस फुटबॉलर भी हैं।
लियोनेल मैसी : अर्जेंटीनी स्टार के खिलाड़ी कहे जाने वाले मैसी ने पिछले विश्व कप के फाइनल में जर्मनी से मुकाबला 0-1 से हारकर ट्रॉफी गंवा दी थी। वे रूस में फीफा विश्व कप के दौरान 31 साल के हो जाएंगे और अगले विश्व कप तक उनकी उम्र 35 वर्ष हो जाएगी। इस उम्र तक राष्ट्रीय टीम में टिके रहना उनके लिए मुश्किल होगा। ब्राजील में हुए पिछले विश्व कप में 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' रहे मैसी ने इससे निराश होकर संन्यास ले लिया था। उम्मीद थी कि वे कभी राष्ट्रीय टीम से फुटबॉल नहीं खेलेंगे लेकिन उनके देश के प्रधानमंत्री से लेकर जनता तक ने उन्हें अपना फैसला बदलने के लिए कहा जिसके बाद वे मान गए। अर्जेंटीना के साथ-साथ बार्सिलोना के लिए फॉरवर्ड के तौर पर खेलने वाले मैसी दुनिया के सबसे बड़े फुटबॉल सितारों में से एक हैं। हालांकि मैसी चौथी बार विश्व कप खेलने जा रहे हैं लेकिन वे अभी तक खिताब जीतने वाली विजयी टीम के सदस्य नहीं बन पाए हैं। अर्जेंटीनी टीम एक बार फिर उन पर ही निर्भर होगी और उनके कारण ही इस टीम को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो : 33 वर्षीय पुर्तगाल के सुपरस्टार स्ट्राइकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो एक बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुकात रखते हैं। इनके पिता पुर्तगाल के मैदान पर चपरासी की नौकरी किया करते थे। इनकी माताजी भी लोगों के घर-घर जाकर काम करके अपना परिवार चलाती थीं। रोनाल्डो अपना आखिरी विश्व कप खेल सकते हैं। हालांकि वे विश्व कप खेलने की हैटट्रिक लगा चुके हैं जिसमें उन्होंने 3 गोल दागे हैं। रोनाल्डो अपनी टीम को विश्व कप का खिताब दिलाने की कोशिश करेंगे। रीयल मैड्रिड का यह स्टार 2016 में फ्रांस में हुए यूरो कप के फाइनल में अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा मैच खेलते हुए चोटिल हो गया था। पुर्तगाली कप्तान की आंखों में उस समय आंसू थे लेकिन बाद में उनकी टीम ने यह खिताब जीत लिया था। फुटबॉल जगत के लगभग सारे खिताब जीत चुके रोनाल्डो यूरो कप की गलती विश्व कप में नहीं दोहराना चाहते हैं।
आंद्रे इनेस्ता : स्पेन के 34 वर्षीय फुटबॉलर आंद्रे इनेस्ता भी 3 बार विश्व कप (2006, 2010, 2014) में अपनी टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। हालांकि इस दौरान भी उनके पैरों से सिर्फ 2 गोल ही निकल पाए हैं लेकिन वे भी अपनी टीम को ट्रॉफी दिलाने की कोशिश करेंगे। हाल ही में स्पेनिश क्लब बार्सिलोना को छोड़कर जापानी क्लब विसेल कोबे से जुड़ने वाले इनेस्ता का भी यह आखिरी विश्व कप है। पिछले विश्व कप में चैंपियन स्पेनिश टीम नीदरलैंड्स और चिली से हारकर ग्रुप स्तर में ही बाहर हो गई थी। इनेस्ता पहले ही कह चुके हैं कि यह उनका आखिरी विश्व कप होगा। उन्होंने कहा कि मेरा शरीर कह रहा है कि मैं सबकुछ दे चुका हूं। यह आदर्श फैसला है।
मार्सेलो : ब्राजील के मार्सेलो ने 13 वर्ष की उम्र में फुटबॉल खेलना शुरू किया था और अपने इस करियर में सिर्फ 1 बार 2014 का विश्व कप खेल चुके हैं लेकिन उन्हें अपने पहले विश्व कप गोल का इंतजार है। 32 वर्ष मार्सेलो देश के लिए 52 मैचों में 6 गोल दाग चुके हैं। वे गरीब परिवार से थे। रियो में एक फुटबॉल क्लब के मैनेजर ने उनका फुटबॉलर बनने का सपना पूरा किया।
गोंजालो हिग्वियन : अर्जेंटीना के 33 वर्षीय स्ट्राइकर गोंजालो हिग्वियन शानदार खिलाड़ी हैं और मैच के दौरान लियोनेल मैसी का अच्छा साथ निभाते हैं। उनका काउंट अटैक काफी अच्छा है। वे मैदान पर चीते की तरह भागते हैं और गेंद को जल्दी ही दूसरे खिलाड़ी को पास करते हैं। वे भी यादगार प्रदर्शन करना चाहेंगे।
मैनुअल नॉयर : जर्मनी के गोलकीपर मैनुएल नॉयर टीम को काफी मैचों में बड़ी हार खाने से बचा चुके हैं। उनके रहते स्ट्राइकरों को गोल करने के लिए बड़ी रणनीति बनानी पड़ती है। उन्होंने 2 बार (2010, 2014) विश्व कप में हिस्सा लिया है और उन्हें 'स्वीपरकीपर' के नाम से जाना जाता है। वे अपने अनुभव से टीम को फायदा देकर उसकी खिताबी राह आसान करने की कोशिश करेंगे।
ब्रूनो अलावेस : पुर्तगाल के 36 वर्षीय ब्रूनो अलावेस ने 2 विश्व कप खेलते हुए टीम को निराश किया है और वे अपने आखिरी विश्व कप में पहला गोल दागने की कोशिश करेंगे। वे अपने देश के लिए 95 मैचों में 11 गोल कर चुके हैं। उरुग्वे के मार्टिन सिल्वा (35) 2010 और 2014 में उतर चुके हैं। अन्य खिलाड़ियों में स्पेन के सर्गियो रामोस (32) ने लगातार 3 विश्व कप खेलकर भी टीम को निराश किया। अर्जेंटीना के पाब्लो पेरेज 32 वर्ष की उम्र में विश्व कप में पदार्पण करेंगे और यह उनका आखिरी विश्व कप भी हो सकता है। मोरक्को के मैनुएल डि कोस्टा (32) और क्रोएशिया के लुका मौड्रिक (32) का भी यह आखिरी विश्व कप हो सकता है।