मास्को। इंग्लैंड की टीम भले ही फीफा विश्व कप में चौथे स्थान पर रही पर कप्तान हैरी केन ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा छह गोल कर 'गोल्डन बूट' हासिल करने में सफल रहे। सेमीफाइनल में पराजित हुए बेल्जियम के गोलकीपर तिबौत कोर्टियस को 'गोल्डन ग्लब' का अवॉर्ड मिला जबकि स्पेन को 'फीफा फेयर प्ले ट्रॉफी' से नवाजा गया।
फुटबॉल के इस महासमर के शुरू होने से पहले इंग्लैंड को बड़ा दावेदार नहीं माना जा रहा था लेकिन हैरी केन ने अपने प्रदर्शन से टीम का मनोबल बढ़ाने के साथ सेमीफाइनल में भी पहुंचाया। उन्होंने छह मैच खेले और कुल 6 गोल किए।
केन फुटबॉल विश्व कप में 'गोल्डन बूट' जीतने वाले इंग्लैंड के दूसरे खिलाड़ी है। इससे पहले 1986 में मैक्सिको में हुए विश्व कप में गैरी लिनाकर ने गोल्डन बूट जीता था। लिनाकर ने भी छह गोल किए थे।
पुर्तगाल के कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो, बेल्जियम के रोमेलु लुकाकु और रूस के डेनिस चेरीशेव चार गोल के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे। फाइनल में गोल करने वाले फ्रांस के युवा सनसनी कालियान एमबापे टूर्नामेंट में तीन गोल ही कर सके।
मौजूदा समय में फुटबॉल के सबसे बड़े खिलाड़ियों में शामिल अर्जेंटीना के लियोनेल मेस्सी और ब्राजील के नेमार विश्व कप में क्रमश: एक और दो गोल ही कर पाए। (वार्ता)